ये है भारत का बदकिस्मत महल, 400 साल से पड़ा है वीरान
Ritu Singh
आज हम आपको देश के एक ऐसे प्राचीन किले का इतिहास बताने जा रहे हैं जो 400 साल से वीरान पड़ा है.
पिछले 400 सालों से यहां कोई नहीं रहा, इसलिए इसे 'दुर्भाग्यपूर्ण महल' कहा जाता है.
यह महल मध्य प्रदेश के दतिया जिले में स्थित है। इस किले का नाम सतखंडा महल है. यह स्थान अपनी अद्भुत कला के लिए प्रसिद्ध है.
लेकिन साथ ही इसे मनहूस भी कहा जाता है. दतिया का सतखंडा महल इतने सालों से वीरान क्यों है और इसके पीछे वास्तव में क्या कारण है? आइए जानें.
इस 7 मंज़िला महल की दो मंज़िला इमारत ज़मीन के नीचे हैं. महल में 440 कमरे हैं. इसका निर्माण 1620 में दतिया के राजा बीर सिंह ने जहांगीर के लिए करवाया था.
इस सात मंजिला खूबसूरत इमारत में किसी भी लकड़ी या लोहे का इस्तेमाल नहीं किया गया था. यह महल पूरी तरह से पत्थर और ईंटों से बना हुआ है.
कहा जाता है कि इस सात मंजिला खूबसूरत इमारत का इस्तेमाल केवल एक रात के लिए किया गया था. उसके बाद यहां कोई नहीं रुका.
दतिया जिला वीर सिंहदेव को उपहार में दिया गया. यही कारण है कि बीर सिंह देव या उनके परिवार ने कभी भी इस महल का उपयोग नहीं किया.
सतखंडा महल वर्षों से खाली है क्योंकि क्योंकि बीर सिंह देव या उनके परिवार ने इसका इस्तेमाल कभी नहीं किया.
इस महल को बनाने में नौ साल और 35 लाख रुपये की लागत आई थी.