Dec 9, 2024, 05:51 AM IST

हिंदू महिलाएं रख सकती थीं कई पति लेकिन अब क्यों नहीं? 

Ritu Singh

क्या आपको पता है कि प्राचीन समय में हिंदू महिलाएं एक नहीं कई शादियां कर सकती थीं और...

महिलाओं को कई पति साथ रखने का भी अधिकार था.

प्राचीन भारत में महिलाएं एकपत्नीत्व(Monogamy-यानी एक ही बार विवाह करने की प्रथा) का पालन करती थीं

लेकिन अब हिंदू धर्म में आदमी ही नहीं, महिला भी केवल एक पति ही रख सकती है. ऐसा क्यों है.

इसके पीछे ऋषि उद्दालक के पुत्र श्वेतकेतु की एक दिलचस्प कहानी है. जिन्होंने भारत में विवाह मानदंडों को बदल दिया.

एक बार ऋषि उद्दालक के पुत्र श्वेतकेतु अपने मां के साथ बैठे थे तभी एक पुरुष आए और उनकी मां को अपने साथ विवाह के लिए आमंत्रित किया.

उनकी मां उस पुरुष के साथ चली गईं. ये देखकर श्वेतकेतु क्रोधित हो गए तब उनके पिता ने उन्हें बताया कि उनकी मां को ये अधिकार है कि वह कई विवाह कर सकती हैं.

इसके बाद ही श्वेतकेतु ने विवाह को लेकर हिंदू धर्म में ये नियम बनाया कि एक पुरुष या महिला केवल एक ही पति या पत्नी रख सकते हैं.

 पति को छोड़कर दूसरे पुरुष के पास जाने वाली स्त्री तथा अपनी पत्नी को छोड़कर दूसरी स्त्री से संबंध कर लेने वाला पुरुष दोनों ही भ्रूणहत्या के अपराधी माना जाएगा.