Apr 28, 2025, 12:04 PM IST

पार्टनर की ये 5 आदतें बताती हैं कि वह कंट्रोलिंग है या केयरिंग?

Meena Prajapati

व्यक्ति जब प्यार में होता है तब वह केयरिंग और कंट्रोलिंग पार्टनर में फर्क समझ ही नहीं पाता.

केयरिंग और कंट्रोलिंग पार्टनर के बीच बहुत ही महीन सा फर्क है. लेकिन दोनों ही स्थितियां रिश्ते को बना और बिगाड़ सकती हैं. 

पार्टनर अगर केयरिंग है तो लाइफ सेट है और अगर कंट्रोलिंग है तो वही जिंदगी जीते जी नर्क बन जाती है. 

भारत जैसे देश में अगर आपने कंट्रोलिंग पार्टनर से शादी कर ली तो उस रिश्ते में रह पाना बेहद मुश्किल होता है. खैर...आपके भी दिमाग में केयरिंग और कंट्रोलिंग पार्टनर को लेकर उलझन है तो यहां समझें फर्क:

केयरिंग पार्टनर हमेशा आपकी फिक्र करेगा उस फिक्र में शक की बू नहीं होगी. वह आपकी फिक्र इसलिए नहीं करेगा कि आप किसी दोस्त के साथ हैं, बल्कि इसलिए करेगा कि आप ठीक हैं या नहीं.

कंट्रोलिंग पार्टनर आप पर उस वक्त गुस्सा कर सकता है जब आप उसकी बात न मानें. वहीं केयरिंग पार्टनर वह करेगा जिसमें आपकी खुशी हो. 

कंट्रोलिंग पार्टनर हमेशा आप पर हावी होने की कोशिश करेगा. आपके रहन-सहन, पहनावे, विचार पर सवाल करेगा. वहीं, केयरिंग पार्टनर वह करेगा जिससे आपको कोई दिक्कत न हो. 

केयरिंग पार्टनर आपकी आजादी से खुश होगा उससे असुरक्षित महसूस नहीं करेगा. 

केयरिंग पार्टनर आपकी परेशानियों को हल करते हैं न कि समस्याओं को और बढ़ाते हैं. कंट्रोलिंग पार्टनर आपको ही दोषी ठहराते हैं.