Mar 1, 2024, 10:00 PM IST

इस मुगल बादशाह ने शुरू किया था Sherwani पहनने का चलन

Rahish Khan

भारत में कपड़े पहनने का इतिहास Unique रहा है. सैंकड़ों साल पहले देश में बिना सिले कपड़े पहने जाते थे. 

लेकिन समय के हिसाब से यह पहनावा बदलता गया. पहले शादियों में जामा जोड़ा पहना जाता था. 

लेकिन अब इसकी जगह कोट-पैंट और शेरवानी ने ले ली. क्या आप जानते हैं शेरवानी की शुरुआत कब और किसनी की थी?

शेरवानी पहनने की शुरुआत मुगल बादशाह मुहम्मद शाह रंगीला ने की थी. औरंगजेब की मौत के बाद 1719 में मुहम्मद शाह दिल्ली की गद्दी पर बैठे थे.

उन्हें अपने सल्तनत के विस्तार में कोई दिलचस्पी नहीं थी. मुहम्मद शाह के दौर में दिल्ली दरबार में नाच गाने और मुशायरे होने लगे थे.

उन्होंने अपना तखल्लुस 'सदा रंगीला' रखा. यही वजह है कि उनके नाम के आगे 'रंगीला' जोड़ दिया गया.

मुहम्मद शाह को अलग-अलग डिजाइन के कपड़े पहनना बहुत पसंद था. वो दरबार में औरतों के कपड़े पहनकर आ जाते थे.

इस दौरान उन्होंने अमीरों के कपड़ों में बदलाव करने का फैसला किया. तुर्क चोगे की बजाय शेरवानी पहनने का चलन शुरू किया.

बादशाह के दरबार में जब शायरी और कव्वाली कार्यक्रम होता था तो अमीर लोग शेरवानी पहनकर आते थे.