शिलाजीत का फादर है ये जंगली सामान, खाते ही मिलेगी चट्टानी ताकत
Aditya Prakash
शिलाजीत की पहचान हमेशा से शारीरिक तंदुरुस्ती प्रदान करने को लेकर होती है.
वहीं जंगलों में एक ऐसी भी जड़ी-बूटी पाई जाती है जिसे शिलाजीत का भी बाप कहा जाता है.
इस जंगली चीज का नाम है अश्वगंधा.
अश्वगंधा का प्रयोग भारत में पारंपरिक चिकित्सा में तौर पर सदियों से होता आ रहा है.
ये विथानिया सोम्नीफेरा नाम के एक छोटे सदाबहार झाड़ी में मिलता है. ये झाड़ी एशिया, अफ्रीका और यूरोप के कुछ इलाकों में उगते हैं.
भारत के पश्चिमोत्तर इलाकों जैसे राजस्थान, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, पंजाब, गुजरात, यूपी और हिमाचल में इसकी खेती होती है.
आयुर्वेदिक चिकित्सका के तहत इसका इस्तेमाल उम्र बढ़ाने, शरीर में ऊर्जा का संचार करने, मानसिक तनाव को कम करने, कब्ज निवारण जैसी कई फायदे के लिए किया जाता है. कहा जाता है कि इसका सेवन करने से चट्टान सी ताकत मिलती है.
साथ ही इसे रसायन के तौर पर उपयोग में लाया जाता है. इस जड़ी बूटी को टॉनिक के तौर पर बड़े पैमाने पर तैयार किया जाता है.
Disclaimer- चिकित्सक के परामर्श से ही इसका सेवन करें.