Feb 24, 2024, 10:56 AM IST

बबूल की छाल के काढ़े से दूर हो जाएंगी ये 5 बीमारियां

Nitin Sharma

आज के समय में खराब दिनचर्या और खानपान व्यक्ति के शरीर से लेकर उसकी स्किन तक को प्रभावित कर रही है. कम उम्र में डायबिटीज जैसी घातक और लाइलाज बीमारी का खतरा बढ़ता जा रहा है.

अगर आप भी डायबिटीज से लेकर स्किन और पेट संबंधित बीमारियों से जूझ रहे हैं तो आयुर्वेद में शामिल बबूल के पेड़ की छाल इस्तेमाल कर सकते हैं. 

आयुर्वेद में बबूल की छाल को दवा के रूप में इस्तेमाल किया जाता है. इससे स्किन डिजीज से लेकर ओरल हेल्थ तक अच्छी रहती है. 

एक्सपर्ट्स की मानें तो बबूल के पेड़ की छाल में कई सारे गुण पाएं जाते हैं. बबूल में एंटी बैक्टीरियल, एंटी फंगल, और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं.

अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं तो बबूल के पेड़ की छाल का इस्तेमाल कर सकते हैं. नियमित रूप से बबूल की छाल का काढ़ा पीने से ब्लड शुगर कंट्रोल में रहता है. इसमें मिलने वाले एंटी डायबिटीक गुण डायबिटीज को बढ़ने से रोकते हैं.

बबूल की छाल ओरल हेल्थ के लिए भी काफी अच्छी होती है. यह दांतों के दर्द से लेकर  मसूड़ों की सूजन, पायरिया और दांतों में लगे कीड़ों को भी साफ करती है. बबूल में मिलने वाले एंटी बैक्टीरियल गुण इसे बेहद लाभकारी बनाते हैं. बबूल की छान का काढ़ा से कुल्ला करने से ही आपको ओरल हेल्थ में सुधार दिख जाएगा.

अगर आप दस्त की वजह से परेशान हैं तो आपको बबूल की छाल से आराम मिल सकता है. इसकी वजह बबूल में एंटी डायरियल गुणों का पाया जाना है, जो दस्तों से राहत दिलाने में मदद करते हैं. इसके लिए बबूल की छाल का काढ़ा बनाकर पी सकते हैं. इससे आराम मिल जाएगा.

बबूल की छाल में मौजूद एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुण स्किन के लिए काफी फायदेमंद होते हैं. यह स्किन संबंधित बीमारियों को दूर रखता है. दाद, खुजली या खाज की समस्याओं से बचाता है. बबूल की छाल का पेस्ट ​बनाकर स्किन पर इस्तेमाल कर सकते हैं. 

पेट दर्द से परेशान हैं तो बबूल की छाल का काढ़ा पी सकते हैं. इससे पेट के दर्द से लेकर सूजन में आराम मिलता है. यह पेट में जमा गंदगी को बाहर करती है. साथ ही मेटाबॉलिज्म को बूस्ट कर पाचन तंत्र को बेहतर बनाती है.

Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.