आज जिस आदत के बारे में आपको बताने जा रहे हैं वह संभवत: आप अच्छा मानते होंगे लेकिन यही आदत कई बीमारियां उपजाती है.
ये आदत है डाइटिंग या भूखा रहने की. जी हां भूखा रहना आपके ब्लड और लिवर में वसा के स्तर को बढ़ाती है.
मान लें कोई कोई लॉस करने के लिए भूखा रह रहा तो बॉडी के तो ट्राइग्लिसराइड स्टोर्स टूट के फैटी एसिड बनाएंगे क्योंकि फैटी एसिड फ्यूल है.
अब ये फैटी एसिड लिवर में जाएगा तब लिवर फैटी एसिड को यूज़ होने के लिए अलग अलग टिशू में भेजता है.लेकिन लिवर इन फैटी एसिड को एक प्रोटीन के साथ चिपका के भेजता है.
इस प्रोटीन के पूरे कॉम्प्लेक्स को वीएलडीएल कहते हैं. लिवर से फैटी एसिड को कहीं भी जाना हो तो वो वीएलडीएल के साथ चिपक के जाता है.
लेकिन लंबे समय तक भूखे रहने से बहुत फैटी एसिड रिलीज होते हैं और खूब सारे फ्री फैटी एसिड लिवर के अंदर आने लगते हैं और लिवर इतने एसिड का का प्रोडक्शन नहीं कर पाता.
अब लिवर ओवर हो जाता है तो लिवर में मौजूद फ्री फैटी एसिड दोबारा ट्राइग्लिसराइड बनके लिवर में डिपॉजिट हो जाते हैं.
और इससे लिवर भी नॉन एल्कोहॉलिक फैटी लिवर हो जाता है और अगर किसी के शरीर में इंसुलिन रिजेस्टेंस है तो ये समस्या और बढ़ जाती है. साथ ही शरीर में ट्राईग्लिसराइड भी हाई हो जाता है.