Pakistan को नहीं पसंद आईं ये 10 बॉलीवुड फिल्में, कर दी बैन
Jyoti Verma
साल 2012 में रिलीज हुई सलमान खान की फिल्म एक था टाइगर में आईएसआई का जिक्र किया गया है. फिल्म में रॉ और आईएसआई एजेंट की लव स्टोरी दिखाई गई है, इसलिए इसे पाकिस्तान में बैन किया गया है.
2013 में रिलीज फरहान अख्तर की फिल्म भाग मिल्खा भाग में पाकिस्तान की स्पोर्ट्स अथॉरिटीज के बारे में दिखाया गया है. इसलिए इसे पाकिस्तान में बैन कर दिया गया था.
2018 की फिल्म मुल्क में एक भारतीय मुस्लिम परिवार की कहानी दिखाई गई है, जिसमें पाकिस्तान से संबंध दिखाया गया है. इसलिए इस फिल्म को पाकिस्तान में बैन किया गया था.
धनुष और सोनम कपूर स्टारर फिल्म रांझणा को भी पाकिस्तान में इसलिए बैन किया गया क्योंकि इसमें एक हिंदू लड़के और एक मुस्लिम लड़की की लव स्टोरी दिखाई गई है.
अक्षय कुमार स्टारर फिल्म पैडमैन को भी पाकिस्तान में बैन किया गया है. क्योंकि इस फिल्म को उनकी संस्कृति के खिलाफ माना गया है.
अक्षय कुमार स्टारर फिल्म बेबी को भी पाकिस्तान में बैन किया गया है. फिल्म को लेकर कहा गया कि इसमें मुसलमानों की गलत छवि दिखाई गई है.
सैफ अली खान और कटरीना कैफ स्टारर फिल्म फैंटम में मुंबई अटैक के बारे में दिखाया गया है. इसलिए इसे पाकिस्तान में बैन किया है.
सनी देओल की फिल्म गदर भी पाकिस्तान में बैन है. क्योंकि इस फिल्म में पाकिस्तान और भारत के विभाजन के बारे में दिखाया गया है.
सोनम कपूर की फिल्म नीरजा में पाकिस्तान को गलत तरीके से दिखाने को लेकर इसे पड़ोसी मुल्क में बैन किया है.
आलिया भट्ट स्टारर फिल्म राजी भी पाकिस्तान में बैन है. क्योंकि इसमें एक भारतीय लड़की जासूस बनकर पाकिस्तान जाती है.