भारत के कुछ राज्य अपनी समृद्ध उपज के लिए जाने जाते हैं. ऐसा ही एक राज्य है जिसे भारत का चीनी का कटोरा कहा जाता है.
अगर आपको लगता है कि यह राज्य महाराष्ट्र या कर्नाटक है तो आप गलत हैं. दरअसल उत्तर प्रदेश को देश का चीनी का कटोरा कहा जाता है.
उत्तर प्रदेश गन्ने की खेती और चीनी उत्पादन में भारत का अग्रणी राज्य है. उत्तर प्रदेश ने यह खिताब अपनी लगातार और विशाल गन्ना फसल के कारण अर्जित किया है.
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ, मुजफ्फरनगर और सहारनपुर जैसे गन्ना क्षेत्र चीनी मिलों और किसानों से घनी आबादी वाले हैं जो अपनी आजीविका के लिए गन्ने पर निर्भर हैं.
यूपी में गन्ना एक फसल से कहीं अधिक है क्योंकि यह ग्रामीण जीवन की रीढ़ की हड्डी है. यह फसल 4 मिलियन से अधिक कृषक परिवारों का भरण-पोषण करती है.
गन्ना यूपी के 120 से अधिक चीनी मिलों को ईंधन देती है और इसके उप-उत्पाद जैसे गुड़ और इथेनॉल भी ऊर्जा और अल्कोहल उत्पादन में योगदान करते हैं.
उत्तर प्रदेश को भारत के चीनी के कटोरे के रूप में इसलिए जाना जाता है क्योंकि देश के चीनी उद्योग में इसका बेजोड़ योगदान है.
खेत से लेकर कारखाने तक गन्ना उत्तर प्रदेश और देश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. इसकी मीठी विरासत साल दर साल बढ़ती जा रही है.