क्या होता है PDF का फुलफॉर्म? कहां होता है इस्तेमाल
Jaya Pandey
PDF एक लोकप्रिय फाइल प्रारूप है जिसका इस्तेमाल डॉक्यूमेंट को इस तरह से शेयर करने के लिए किया जाता है कि अलग-अलग डिवाइस पर कंटेंट का लेआउट एक समान रहे.
PDF का फुल फॉर्म होता है- पोर्टेबल डॉक्यूमेंट फॉर्मेट. पीडीएफ यह सुनिश्चित करता है कि शेयर होने के बाद डॉक्यूमेंट के फॉर्मेट और लेआउट में कोई बदलाव न हो.
पीडीएफ कंप्यूटर, टैबलेट और स्मार्टफोन पर एक जैसे दिखते हैं, चाहें उन्हें खोलने के लिए किसी भी प्लेटफॉर्म या सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया गया हो.
टेक्स्ट के अलावा पीडीएफ में इमेज, फॉर्म, हाइपरलिंक और इम्बेडेड मीडिया जैसे वीडियो या ऑडियो जैसे इंटरैक्टिव एलिमेंट शामिल किए जा सकते हैं.
डॉक्यूमेंट को शेयर करने के लिए एडोब सिस्टम्स ने 1993 में पीडीएफ की शुरुआत की थी. इसके बाद से यह बिजनेस और पर्सनल इस्तेमाल के लिए यूनिवर्सल फॉर्मेट बन गया.
पीडीएफ का इस्तेमाल अक्सर ऑफिशियल डॉक्यूमेंट, ई बुक, फॉर्मों, मैनुअल और कॉन्ट्रैक्ट के लिए किया जाता है क्योंकि इसे पासवर्ड से सुरक्षित किया जा सकता है और सुरक्षित रूप से शेयर किया जा सकता है.
पीडीएफ को एडिट करना आमतौर पर वर्ड डॉक्यूमेंट जैसे दूसरे फाइल फॉर्मेट की तुलना में कठिन होता है. इसमें बदलाव के लिए खास सॉफ्टवेयर की जरूरत पड़ती है.