Apr 26, 2024, 11:05 AM IST

मिलिए उन 12 IPS से जो दोबारा UPSC क्रैक कर बने IAS

Jaya Pandey

आज हम आपको उन लोगों से मिला रहे हैं जो पहले IPS बने लेकिन अपनी रैंक सुधारने के लिए फिर से UPSC का एग्जाम दिया और अब IAS बनकर देश की सेवा कर रहे हैं. 

IAS आदित्य श्रीवास्तव: साल 2022 में  236 रैंक के साथ IPS बने, फिर 2023 में पहली रैंक हासिल कर आईएएस बने.

IAS गरिमा सिंह: इन्होंने  सेंट स्टीफंस कॉलेज से इतिहास विषय में ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री हासिल की है. ये साल 2012 में IPS बनीं फिर 2016 में फिर से एग्जाम देकर IAS बनीं.

IAS योगेश पाटिल: योगेश साल 2018 में 201वीं रैंक हासिल कर आईपीएस बने फिर 2019 में दोबारा एग्जाम देकर 63वीं रैंक हासिल कर आईएएस बने.

IAS गरिमा अग्रवाल: साल 2017 में 240 रैंक हासिल कर आईपीएस बनीं, फिर 2018 में 40वीं रैंक हासिल कर आईएएस बनीं. गरिमा ने आईआईटी हैदराबाद से इंजीनियरिंग की है.

 IAS विशाल नरवाड़े: यूपीएससी CSE 2016 को पास करके आईपीएस बने. फिर 2019 में भी एग्जाम दिया और अपने आखिरी अटेंप्ट में 91वीं रैंक हासिल कर आईएएस बने.

IAS दिव्या तंवर: साल 2021 में 438वीं रैंक हासिल कर आईपीएस बनीं. एक साल बाद 2022 में दोबारा एग्जाम दिया और 105वीं रैंक हासिल कर आईएएस बनीं.

IAS हिमांशु गुप्ता: कभी रोड किनारे चाय बेचकर गुजारा करने वाले हिमांशु 2019 में 309वीं रैंक हासिल कर आईपीएस बने. 2020 में फिर से परीक्षा दी और 139वीं रैंक हासिल कर आईएएस बने. 

IAS दिव्या मित्तल: साल 2012 में IPS बनीं. 2013 में अपनी रैंक सुधारने के लिए एग्जाम दिया और 68वीं रैंक पाकर आईएएस बनीं.

IAS अर्पिता थुबे: साल 2020 में 383वीं रैंक हासिल कर IPS बनीं. 2022 में फिर से एग्जाम दिया और 214वीं रैंक हासिल कर आईएएस बनीं.

IAS अनुराधा पाल: 2012 में अपने पहले अटेंप्ट में 451वीं रैंक के साथ आईपीएस बनीं, फिर 2015 में  62वीं रैंक के साथ आईएएस बनीं.