ट्रेंडिंग
सुमित तिवारी | Oct 11, 2025, 09:33 PM IST
1.मिडिल ईस्ट में जेल से भागना बड़ा अपराध

मिडिल ईस्ट के देशों में जेल से कैदी का भागना एक गंभीर अपराध है, लेकिन जर्मनी के लिए यह गंभीर अपराध नहीं है. न ही जर्मनी में ऐसा करने पर कोई सजा दी जाती है.
2.क्यों नहीं दी जाती है सजा

लेकिन ये सोचने वाली बात है कि आखिर जर्मनी में ऐसा क्यों नहीं किया जाता. दरअसल यहां का लीगल सिस्टम मानता है कि कैद से भागने की इच्छा एक मानवीय प्रवृत्ति है.
3.जेल से भागने पर नहीं दिया जाता है दंड

कानून के मुताबिक, जेल से भागने पर कैदी को दंड नहीं दिया जाता. इसका जिक्र जर्मन दंड संहिता में किया गया है. जर्मनी पीनल कोड कहता है कि हर व्यक्ति की स्वतंत्र रहने की इच्छा स्वाभाविक हैं.
4.आजादी पाने की कोशिश

अगर कोई इंसान अपनी आजादी पाने की कोशिश करता है तो इसका मतलब है कि वह मानवीय प्रवृत्ति के आधार पर ही काम कर रहा है. इसलिए यहां पर उसे किसी भी तरह का दंड नहीं दिया जाता.
5.फिर से भेज दिया जाता है जेल

जर्मनी की न्याय व्यवस्था हमेशा से ही सजा पर नहीं, सुधार पर जोर देती रही है. यहां की न्याय व्यवस्था कहती है कि अगर कोई कैदी जेल से भागता है तो उसे वापस पकड़कर जेल में डाल दिया जाता है.