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Viral: कौन हैं भगवती देवी? पत्थर तोड़ने से लेकर संसद तक का सफर, जिनका दमदार भाषण हो रहा वायरल, देखें Video

संसद में दिए गए अपने प्रभावशाली भाषण में भगवती देवी ने जातिवाद पर करारा प्रहार किया था. उनका यह पुराना वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसे देखकर लोग अचंभित हैं कि एक मजदूर की बेटी संसद में ऐसे बोल रही थी.

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Viral: कौन हैं भगवती देवी? पत्थर तोड़ने से लेकर संसद तक का सफर, जिनका दमदार भाषण हो रहा वायरल, देखें Video
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सोशल मीडिया पर इन दिनों एक पुराना वीडियो जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें एक बुजुर्ग महिला सांसद संसद के भीतर जातिवाद पर जोरदार हमला बोल रही हैं. यह महिला कोई और नहीं, बल्कि बिहार की पूर्व सांसद भगवती देवी हैं, जिनका साधारण जीवन और दमदार भाषण एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है. वीडियो में भगवती देवी सत्ता में बैठे लोगों से सवाल पूछ रही हैं कि अगर ब्रह्मा, विष्णु और महेश पहले से थे, तो जातियां कहां से आ गईं? उनका भाषण आज भी उतना ही प्रासंगिक लग रहा है जितना उस दौर में था.

पत्थर तोड़ने से संसद तक का सफर
भगवती देवी का जीवन संघर्षों से भरा रहा. वह एक साधारण मजदूर थीं, जो पत्थर तोड़कर परिवार का पालन-पोषण करती थीं. उनकी विचारधारा और जुझारूपन ने सोशलिस्ट नेता उपेन्द्र नाथ वर्मा और राम मनोहर लोहिया को प्रभावित किया. 1969 में वह संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी के टिकट पर बाराचट्टी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ीं और जीत गईं.

राजनीतिक सफर कई उतार-चढ़ाव से भरा रहा
इसके बाद उनका राजनीतिक सफर कई उतार-चढ़ाव से भरा रहा. 1972 और 1980 में चुनाव हारने के बाद वह राजनीति से दूर हो गईं और फिर से मजदूरी करने लगीं. लेकिन 1995 में लालू प्रसाद यादव ने उन्हें दोबारा सक्रिय राजनीति में लाया और वह विधायक बनीं. फिर 1996 में वह लोकसभा पहुंचीं, लेकिन उनका रहन-सहन हमेशा साधारण ही बना रहा.

भगवती देवी का संसद में गूंजता भाषण

वायरल हो रहे वीडियो में भगवती देवी ने संसद में जातिवाद पर तीखी टिप्पणी की थी. उन्होंने कहा, 'जाति तो तब आती है जब सत्ता में बैठे लोगों को परेशानी होती है. जब लालू प्रसाद यादव को जनता का समर्थन मिल रहा है, तो कुछ लोगों के पेट में चूहे क्यों कूद रहे हैं?'


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उन्हें मंदिरों में जाने से रोका क्यों जाता है?
उन्होंने आगे सवाल उठाया कि जब देवी-देवताओं की मूर्तियां छोटी जातियों के लोग बनाते हैं, तो उन्हें मंदिरों में जाने से रोका क्यों जाता है? उन्होंने विश्वनाथ मंदिर का उदाहरण देते हुए पूछा कि वहां से सोने की मूर्ति कहां गायब हो गई, जबकि वहां तो सिर्फ ऊंची जाति के लोग ही जाते थे. भगवती देवी का यह पुराना भाषण सुनकर आज की पीढ़ी हैरान है कि इतनी साधारण दिखने वाली महिला सांसद ने संसद में इतनी बेबाकी से अपनी बात रखी थी. उनका वीडियो जाति और समाज पर हो रही बहस को एक नया दृष्टिकोण दे रहा है. 

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