ट्रेंडिंग
इस गांव में कुल तीन हजार लोग रहते हैं और इनमें से 1000 लोग यूट्यूबर हैं. कुछ तो ऐसे हैं जो अच्छी खासी नौकरी छोड़कर गांव आ गए और यूट्यूब चैनल की शुरुआत की.
डीएनए हिंदी: भारत में ऐसे बहुत से लोग हैं जो यूट्यूब चैनल के जरिए पैसा कमा रहे हैं लेकिन क्या आपने किसी ऐसे गांव के बारे में सुना है जहां पूरा गांव ही यूट्यूबर बन चुका हो. छत्तीसगढ़ में रायपुर के तुलसी गांव पूरी तरह से यूट्यूबर्स का बन चुका है. इस गांव के लोगों के पास लगभग 40 यूट्यूब चैनल हैं जिनके जरिए गांव के लोग एंटरटेनमेंट और एजुकेशन का वीडियो कंटेंट शेयर करते हैं. इस गांव में 3000 लोग हैं जिनमें से 1000 लोग किसी न किसी यूट्यूब चैनल पर वीडियो बनाते हैं और यह सब यूट्यूब के साथ-साथ अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर भी काफी फेमस हैं.
यह भी पढ़ें: Viral Video: बाजार में दूल्हा देख 'मेरी शादी करवाओ' चिल्लाने लगी लड़की
कैसे हुई गांव में यूट्यूब की शुरुआत?
गांव में यूट्यूब वीडियो बनाने की शुरुआत दो दोस्तों ज्ञानेंद्र शुक्ला और जय वर्मा ने की थी. शुक्ला और वर्मा दोनों ने ही यूट्यूब चैनल की शुरूआत के लिए अपनी नौकरी छोड़ दी थी. ज्ञानेंद्र शुक्ला SBI में एक नेटवर्क इंजिनियर की नौकरी करते थे जहां इटरनेट पर वह यूट्यूब वीडियो देखते रहते थे तभी उन्होंने यूट्यूब चैनल बनाने का सोचा. अब तक वह अपने चैनल पर 250 से ज्यादा वीडियो बना चुके हैं और इनके चैनल पर 1 लाख 15 हजार सब्सक्राइबर हैं. जय वर्मा ने बताया की उन्होंने केमिस्ट्री सब्जेक्ट से M.Sc कर रखी है. गांव के लोगों ने उन्हें देखकर वीडियो बनाना शुरू किया. वर्मा ने बताया की वह पार्ट टाइम टीचर की नौकर करते थे और प्राइवेट कोचिंग सेंटर में पढ़ाते थे जिससे उन्हें 12 से 15 हजार रुपये की कमाई होती थी लेकिन वह यूट्यूब से 30 से 25 हजार रुपये कमाते हैं.
Chhattisgarh | Tulsi Village in Raipur turns into a YouTubers' hub, with a large number of locals creating content for the online video sharing and social media platform and having their own channel on it.
Locals create content for both educational and entertainment purposes. pic.twitter.com/eGdjANBMtE— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) August 30, 2022
यह भी पढ़ें: Optical Illusion: इस तस्वीर में छिपी हैं दो लड़कियां, 8 सेकंड में ढूंढकर दिखाइए
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.