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Hanuman Ashtami 2022: महिलाएं हनुमान जी की पूजा करते समय इन 4 बातों का रखें ख्याल, ये हैं कुछ जरूरी नियम

Lord Hanuman Puja: अक्सर महिलाओं को लेकर सवाल उठता है कि वे हनुमान जी की पूजा कर सकती हैं या नहीं, यहां जनिए इसके बारे में

Hanuman Ashtami 2022: महिलाएं हनुमान जी की पूजा करते समय इन 4 बातों का रखें ख्याल, ये हैं कुछ जरूरी नियम

महिलाएं भी कर सकती हैं हनुमान जी की पूजा

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डीएनए हिंदी:  Women Can Worship Lord Hanuman ji And Can Read Hanuman Chalicha- आज यानी 16  दिसंबर को देश के कई हिस्सों में हनुमान अष्टमी (Hanuman Ashtami 2022) का पर्व मनाया जा रहा है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन हनुमान जी ने अहिरावण (Ahiravan Vadh) का वध किया था. इसलिए इस दिन को विजय उत्सव (Vijay Utsav) के रूप में भी मनाया जाता है.

इस दिन खासतौर पर हनुमान जी (Lord Hanuman) की पूजा करने से उनका शुभ आशीर्वाद प्राप्त होता है. कहा जाता है कि महिलाओं को हनुमान जी की पूजा नहीं करनी चाहिए क्योंकि वे ब्रह्मचारी हैं. लेकिन यह धारणा गलत है, किसी भी धर्म ग्रंथ में ऐसे नियम का जिक्र नहीं मिलता है. ऐसे में महिलाएं अगर हनुमान जी की पूजा करना चाहती हैं तो कुछ बातों का खास ध्यान रखते हुए पूजा कर सकती हैं. चलिए जानते हैं कौन-सी हैं वो खास  बातें…

प्रतिमा को न करें स्पर्श

महिलाओं को पूजा करते समय किसी भी स्थिति में हनुमान जी की प्रतिमा को स्पर्श नहीं करना चाहिए. दूर से ही हाथ जोड़कर दर्शन करें और दीपक आदि जलाएं. इसके अलावा भोग इत्यादि भी लगाना चाहती हैं तो पुजारी या पंडित को साम्रगी दें. महिलाएं हनुमान जी को कुछ भी चढाना चाहती हैं तो उस सामग्री को हनुमान जी की प्रतिमा के सामने रख सकती हैं.

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इस रूप की करें पूजा 

महिलाओं को हमेशा हनुमान जी के वीर रूप की नहीं बल्कि दास रूप की पूजा करनी चाहिए. वीर रूप यानी की ऐसी प्रतिमा या चित्र जिसमें हनुमानजी की वीरता दिखाई जा रही हो जैसे पहाड़ उठाकर ले जाते हुए हनुमान जी या फिर कंधे पर गदा लिए हुए हनुमान जी. महिलाओं को हमेशा दास हनुमान जी यानी की शांत मुद्रा में बैठे हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए. इससे महिलाओं को हनुमान जी का शुभ आशीर्वाद प्राप्त होता है. 

न बनाएं कोई नियम 

महिलाओं को कभी भी हनुमान जी की पूजा को लेकर कोई नियम नहीं बनना चाहिए क्योंकि जब भी महिलाएं रजस्वला स्थिति में होती हैं तो वे किसी भी तरह की पूजा-पाठ, मंत्र जाप आदि नहीं कर पातीं हैं. जिसके चलते नियम टूट जाते हैं, ऐसे में हनुमान जी की पूजा के नियम को तोड़ना शुभ नहीं माना जाता है.

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हनुमान चालीसा का भी कर सकती हैं पाठ

अक्सर महिलाओं को लेकर ये प्रश्न उठता है कि क्या वे हनुमान चालीसा या सुंदर कांड का पाठ कर सकती हैं? बता दें कि धर्म ग्रंथों में इसको लेकर कोई भी मनाही नहीं है. महिलाएं शुद्ध अवस्था में यानी की स्नान आदि करने के बाद हनुमान चालीसा और सुंदर कांड का पाठ कर सकती हैं. लेकिन इसको लेकर भी कोई नियम न बनाएं.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

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