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Kundali Planets Effects: कुंडली में इन ग्रहों के कमजोर होने से होती हैं ये गंभीर बीमारियां, जानें किस ग्रह से जुड़ी है कौन सी बीमारी

व्यक्ति की कुंडली में ग्रहों की स्थिति अच्छी और मजबूत होती है तो व्यक्ति को जीवन में सफलता, सुख-समृद्धि व खुशहाली मिलती है. वहीं कुंडली में ग्रहों के कमजोर होने पर व्यक्ति को रोग दोष और परेशानियों का सामना करना पड़ता है.

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Kundali Planets Effects: कुंडली में इन ग्रहों के कमजोर होने से होती हैं ये गंभीर बीमारियां, जानें किस ग्रह से जुड़ी है कौन सी बीमारी
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Kundali Grah Effects Disease: हिंदू धर्म में कुंडली का बड़ा महत्व है. जन्म के साथ ही बनने वाले ग्रह नक्षत्र और स्थितियां कुंडली देखकर पता लगाई जा सकती है. इसी से व्यक्ति के व्यवहार से लेकर उसके भविष्य तक का पता लगाया जा सकता है. जब भी व्यक्ति की कुंडली में ग्रहों की स्थिति अच्छी और मजबूत होती है तो व्यक्ति को जीवन में सफलता, सुख-समृद्धि व खुशहाली मिलती है. वहीं कुंडली में ग्रहों के कमजोर होने पर व्यक्ति को आए दिन परेशानियों का सामना करना पड़ता है. यहां तक कि कुंडली में ग्रहों की कमजोर स्थिति  मनुष्य को कई बीमारियों में घेर लेती है. 

अगर कोई व्यक्ति बार बार बीमार हो रहा है तो यह कुंडली में ग्रहों की कमजोर स्थिति का होना है. इतना ही नहीं कुंडली में अलग अलग ग्रहों के कमजोर होने पर अलग बीमारियों का खतरा बढ़ता है. ऐसे में पूजा पाठ और उपाय कर इससे मुक्ति पाई जा सकती है. आइए जानते हैं कि कौन-सा ग्रह किस रोग से जुड़ा होता है...

कुंडली में इन ग्रहों के कमजोर होने से होती है ये बीमारियां

- अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में सूर्य ग्रह कमजोर होता है. उक्त व्यक्ति के सिर से लेकर दिल, आंख और कान से जुड़ी बीमारियां होने का खतरा रहता है. लोगों को इनसे संबंधित बीमारियों का झेलना पड़ता है. 

- अगर आपकेा गठिया, कमर या जोड़ों के दर्द से लेकर शरीर में सूजन और कब्ज से जूझना पड़ता है तो यह बीमारियां कुंडली में गुरु ग्रह कमजोर होने का संकेत देता है. ऐसी स्थिति में व्यक्ति को गुरु ग्रह के उपाय करने चाहिए. 

- जिस भी व्यक्ति को पित्त, स्किन डिजीज, टायफाइड या अपेंडिक्स जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. इसकी वजह कुंडली में मंगल ग्रह का कमजोर होना है. ऐसी स्थिति में मंगल ग्रह के कुछ उपाय कर आप इन समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं. 

- वहीं चंद्र ग्रह के कमजोर होने पर व्यक्ति को मानसिक रोग का सामना करना पड़ता है. इतना ही नहीं व्यक्ति को नींद में कमी, नींद का टूटना, पानी से डर और तनाव की स्थिति बनती है. यह समस्याएं चंद्र ग्रह के कुप्रभाव की वजह से होती हैं.  

- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मंगल ग्रह के कमजोर होने पर मनुष्य को पित्त विकार, त्वचा रोग, टायफाइड और अपेंडिक्स जैसे गंभीर रोगों का सामना करना पड़ता है.

- जिस भी व्यक्ति की कुंडली में बुध ग्रह कमजोर होता है. इसकी वजह से ही व्यक्ति को पित्त, वात, कफ से लेकर नाक और गले से संबंधित बीमारियों का खतरा बढ़ता है. व्यक्ति में बुद्धि की कमी और कमजोर होना भी बुद्ध ग्रह दोष का संकेत देता है. 

Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. ये जानकारी सामान्य रीतियों और मान्यताओं पर आधारित है.)

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