Advertisement

Surya Grahan Sutak Samay: 11 बजे से लगने जा रहा सूर्य ग्रहण का सूतक और गर्भवती महिलाओं को करना होगा पालन वरना होगा भारी नुकसान

Solar Eclipse Sutakkaal: भले ही आज 21 सितंबर का सूर्य ग्रहण भारत में न दिख रहा हो लेकिन इसका सूतककाल 11 बजे से शुरू हो जाएगा और सूतक के समय कुछ काम हर किसी को करने से बचना होगा.

ऋतु सिंह | Sep 21, 2025, 08:27 AM IST

1.ग्रहण के समय नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ जाता है

ग्रहण के समय नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ जाता है
1

 हिंदू धर्म और ज्योतिष में सूर्य ग्रहण को एक विशेष खगोलीय घटना माना जाता है . मान्यता है कि इस दौरान वातावरण में नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ जाता है . वैसे तो ग्रहण का प्रभाव सभी पर पड़ता है , लेकिन गर्भवती महिलाओं के लिए यह काल विशेष रूप से संवेदनशील होता है . इसलिए ज्योतिष और धार्मिक दृष्टि से गर्भवती महिलाओं को सूर्य ग्रहण के दौरान कुछ नियमों और सावधानियों का पालन करने की सलाह दी जाती है .
 

Advertisement

2.सूतक काल के दौरान सावधानी बरतें

सूतक काल के दौरान सावधानी बरतें
2

वैदिक पंचांग के अनुसार , इस वर्ष का अंतिम सूर्य ग्रहण आज , 21 सितंबर 2025 को लगेगा . तो आइए जानते हैं कि इस दौरान गर्भवती महिलाओं को किन चीजों से बचना चाहिए . ग्रहण से लगभग 12 घंटे पहले सूतक काल शुरू हो जाता है. इस दौरान गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर निकलने से बचना चाहिए. ऐसा माना जाता है कि इस दौरान बाहर निकलने से ग्रहण की नकारात्मक ऊर्जा का सीधा असर पड़ता है .
 

3.सूतक सुबह 11 बजे से लग रहा है, गर्भवती महिलाएं सावधान रहें

सूतक सुबह 11 बजे से लग रहा है, गर्भवती महिलाएं सावधान रहें
3

सूर्य ग्रहण लगने के 12 घंटे पहले ही सूतक काल शुरू हो जाता है और आज ये सूतक सुबह 11 बजे से लग रहा है. इस दौरान गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर निकलने से बचना चाहिए. ऐसा माना जाता है कि ग्रहण के दौरान बाहर निकलने से नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव पड़ सकता है .
 

4.रसोई के काम न करें

रसोई के काम न करें
4

ग्रहण के दौरान रसोई का काम भी वर्जित है. गर्भवती महिलाओं को इस दौरान जितना हो सके आराम करना चाहिए और ज़्यादा मेहनत वाले काम करने से बचना चाहिए.
 

5.धूप से बचें

धूप से बचें
5


सूर्य ग्रहण के दौरान खिड़कियाँ और दरवाज़े बंद रखने की सलाह दी जाती है . ऐसा माना जाता है कि ग्रहण के दौरान सूर्य की किरणें गर्भवती महिलाओं और उनके शिशुओं के लिए हानिकारक हो सकती हैं . इसलिए, इस दौरान घर के अंदर रहना ही बेहतर है.
 

6.सकारात्मक रहें और बहस से बचें

सकारात्मक रहें और बहस से बचें
6

ग्रहण के दौरान मन की स्थिति भी बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है. गर्भवती महिलाओं को क्रोध, बहस या किसी भी नकारात्मक विचार से बचने की कोशिश करनी चाहिए . ऐसा माना जाता है कि नकारात्मक विचार सीधे तौर पर बच्चे के मानसिक और भावनात्मक विकास को प्रभावित कर सकते हैं.
 

7.बाल और नाखून काटने से बचें

बाल और नाखून काटने से बचें
7

ग्रहण के दौरान बाल और नाखून काटना भी अशुभ माना जाता है. ऐसा ग्रहण से पहले या बाद में करना चाहिए.

 

Disclaimer: यह खबर सामान्य जानकारी और धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.

अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगलफेसबुकx,   इंस्टाग्रामयूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.

Read More
Advertisement
Advertisement
पसंदीदा वीडियो
Advertisement