धर्म
नितिन शर्मा | Oct 17, 2025, 09:45 AM IST
1.प्रसन्न होती हैं मां लक्ष्मी

वैदिक और ज्योतिषीय मान्यताओं के अनुसार, दीयों को सीधे ज़मीन या फर्श पर नहीं रखना चाहिए. ऐसा माना जाता है कि दीयों के नीचे कुछ पवित्र वस्तुएं रखने से देवी लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और घर में शांति, समृद्धि और सफलता आती है.
2.जमीन पर न रखें दीपक

सनातन धर्म में, जलता हुआ दीया अग्नि देव का प्रतीक है. जिस प्रकार किसी भी देवता को सम्मान के लिए सीधे ज़मीन पर नहीं रखा जाता, उसी प्रकार दीयों को भी अक्षत (चावल), हल्दी या अनाज जैसे शुभ आधार पर रखा जाना चाहिए. ऐसा करने से दिव्य ज्योति का सम्मान होता है और उससे मिलने वाले आशीर्वाद में वृद्धि होती है.
3.अक्षत (अखंडित चावल के दाने)

चावल या अक्षत, पवित्रता, समृद्धि और पूर्णता का प्रतीक है. इसके बिना हर हिंदू अनुष्ठान अधूरा माना जाता है. ज्योतिष में चावल का संबंध शुक्र ग्रह से है, जो धन, विलासिता और सद्भाव का कारक है. दीये के नीचे एक चुटकी अखंडित चावल रखने से शुक्र का प्रभाव बढ़ता है, जिससे आर्थिक वृद्धि और पारिवारिक समृद्धि सुनिश्चित होती है.
4.हल्दी

हल्दी में खुद मां लक्ष्मी का वास माना जाता है. यह सौभाग्य और विस्तार का प्रतीक है. विशेष रूप से साबुत हल्दी की जड़ अत्यंत शुभ मानी जाती है. मंगल और बृहस्पति से संबंधित होने के कारण, हल्दी सकारात्मक ऊर्जा, साहस, बुद्धि और समृद्धि को बढ़ाती है. दीया जलाने से पहले चावल के ऊपर थोड़ी सी हल्दी पाउडर या हल्दी की जड़ रखें, इससे समृद्धि आती है और नकारात्मकता दूर होती है.
5.रुपये का सिक्का

सिक्का धन के आगमन और स्थिरता का प्रतीक है. दिवाली की रात दीयों के नीचे सिक्का रखने से धन और देवी लक्ष्मी की स्थायी कृपा आकर्षित होती है. चूँकि सिक्के धातु से बने होते हैं, इसलिए ये शक्ति, स्थायित्व और भौतिक स्थिरता का प्रतीक हैं. दिवाली की पूजा के बाद, इस सिक्के को अपनी तिजोरी या धन स्थान पर रखें—ऐसा माना जाता है कि इससे पूरे वर्ष धन का निरंतर प्रवाह बना रहता है.