धर्म
Dhanteras 2025 Puja and Muhurta: धनतेरस पर शाम के समय एक खास मुहूर्त पर आपको कुछ भी खरीदारी करने से बचना होगा. इसके लिए जरूरी है कि आप खरीदारी का शुभ समय भी जान लें और अशुभ समय भी.
धनतेरस के दिन माँ लक्ष्मी, गणेश और कुबेर की पूजा की जाती है. इसलिए धनतेरस के दिन विशेष मुहूर्त में पूजा की जाती है. साथ ही मंत्र जाप का भी विशेष महत्व है. मान्यता है कि बिना मंत्रों के धनतेरस की पूजा करना व्यर्थ होता है और गलत समय पर खरीदारी करने से भी नुकसान उठाना पड़ता है. तो चलिए जानिए धनतेरस पूजा की सामग्री से लेकर खरीदारी के शुभ और अशुभ समय के बारे में.
धनतेरस पूजा सूची
धनतेरस पूजा मंत्र
गणेश मंत्र: वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ, निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा.
लक्ष्मी मंत्र: ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्म्यै नम:
कुबेर मंत्र: ॐ अरिं श्रीं क्रीं श्रीं कुबेराय अष्ट-लक्ष्मी मम गृहे धनं पुरय पुरय नमः
धनतेरस का शुभ मुहूर्त
धनतेरस के दिन पूजा करने का सबसे अच्छा समय प्रदोष काल माना जाता है. धनतेरस के दिन पूजा विशेष रूप से मुहूर्त में की जाती है. धनतेरस का शुभ मुहूर्त यानि अभिजीत मुहूर्त सुबह 11:43 बजे से दोपहर 12:29 बजे तक है. इस दिन ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4:43 बजे से 5:33 बजे तक है. धनतेरस का राहु काल सुबह 9:15 बजे से 10:40 बजे तक है. फिर राहु काल के दौरान कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए.
धनतेरस लक्ष्मी-कुबेर पूजा मुहूर्त
धनतेरस की शाम को देवी लक्ष्मी और धन के देवता कुबेर की पूजा के लिए 1 घंटा 4 मिनट का शुभ मुहूर्त रहेगा. धनतेरस पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 7:16 बजे से शुरू होकर रात 8:20 बजे तक रहेगा. इस दौरान आप धनतेरस की खरीदारी भी कर सकते हैं.