साइंस
जया पाण्डेय | Oct 05, 2025, 04:21 PM IST
1.इन भारतीय विद्वानों ने नोबेल जीतकर रचा इतिहास

भारतीय मूल के विद्वानों ने साइंस और इकोनॉमी में अहम योगदान दिया है और नोबेल पुरस्कार जीतकर ग्लोबल लेवल पर देश का नाम रोशन किया है. आज हम आपको 5 भारतीय मूल के अमेरिकियों से मिलवाने जा रहे हैं जिन्होंने नोबेल पुरस्कार जीतकर इतिहास रच दिया है.
(All Image Credit: X @NobelPrize)
2.हर गोबिंद खुराना (1968, फिजियोलॉजी या मेडिसिन)

हर गोबिंद खुराना एक भारतीय-अमेरिकी बायोकेमिस्ट थे जिनके जेनेटिक कोड और प्रोटीन सेंथेसिस पर रिसर्च के लिए उन्हें 1968 में फिजियोलॉजी या मेडिसिन का नोबेल पुरस्कार मिला. ब्रिटिश भारत में जन्मे खुराना ने लाहौर स्थित पंजाब यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन और पोस्टग्रेजुएशन किया था और फिर इंग्लैंड के लिवरपूल यूनिवर्सिटी से ऑर्गेनिक केमेस्ट्री से अपनी पीएचडी पूरी की.
3.सुब्रह्मण्यम चन्द्रशेखर (1983, फिजिक्स)

सुब्रह्मण्यम चंद्रशेखर एक भारतीय-अमेरिकी थ्योरेटिकल फिजिस्ट थे जिन्होंने स्टेलर स्ट्रक्चर एंड इवल्यूशन में अहम योगदान दिया जिसमें वॉइट ड्वॉर्फ के लिए चंद्रशेखर लिमिट भी शामिल है. 1910 में जन्मे सुब्रह्मण्यम चन्द्रशेखर ने मद्रास के प्रेसीडेंसी कॉलेज से फिजिक्स की पढ़ाई की थी और इंग्लैंड के कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी से पीएचडी की उपाधि हासिल की. उन्हें स्टेलर स्ट्रक्चर एंड इवल्यूशन में उनकी थ्योरेटिकल स्टडी के लिए फिजिक्स में नोबेल प्राइज मिला था.
4.वेंकटरमन रामकृष्णन (2009, केमेस्ट्री)

1952 में जन्मे वेंकटरमन रामकृष्णन एक स्ट्रक्चरल बायोलॉजिस्ट हैं जिन्हें राइबोसोम की संरचना और उसके काम में स्टडी के लिए जाना जाता है. उन्होंने भारत के महाराजा सयाजीराव यूनिवर्सिटी, बड़ौदा से फिजिक्स में ग्रेजुएशन और अमेरिका के ओहायो यूनिवर्सिटी से फिजिक्स में पीएचडी किया. 2009 में उन्हें राइबोसोम की संरचना और कार्य को स्पष्ट करने के लिए केमेस्ट्री में नोबेल पुरस्कार मिला.
5.अभिजीत बनर्जी (2019, अर्थशास्त्र)

अभिजीत विनायक बनर्जी एक भारतीय-अमेरिकी इकोनॉमिस्ट हैं, जिन्हें वैश्विक गरीबी उन्मूलन हेतु उनके प्रयोगात्मक दृष्टिकोण के लिए 2019 का आर्थिक विज्ञान का नोबेल पुरस्कार दिया गया है. उन्हों कलकत्ता के प्रेसीडेंसी कॉलेज से अर्थशास्त्र में बीएससी (ऑनर्स), जेएनयू दिल्ली से अर्थशास्त्र में एमए और हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र में ही पीएच.डी. की उपाधि हासिल की है.
6.अमर्त्य सेन (1998, अर्थशास्त्र)

अमर्त्य कुमार सेन एक भारतीय-अमेरिकी अर्थशास्त्री और दार्शनिक हैं जिन्हें कल्याणकारी अर्थशास्त्र में उनके योगदान के लिए जाना जाता है. 1933 में जन्मे सेन ने कलकत्ता के प्रेसीडेंसी कॉलेज पढ़ाई की है. इसके बाद कैम्ब्रिज के ट्रिनिटी कॉलेज से ग्रेजुएशन और पीएचडी की उपाधि प्राप्त की और हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से भी पढ़ाई की. 1998 में उन्हें सामाजिक चयन सिद्धांत, आर्थिक न्याय, विकास अर्थशास्त्र और लोक कल्याण पर उनके अग्रणी कार्य के लिए अर्थशास्त्र में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
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