बिजनेस
मोहम्मद साबिर | Oct 11, 2025, 07:29 PM IST
1.1 करोड़ की नौकरी का मिला था ऑफिर

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के नेहरू नगर की रहने वाली आरुषि अग्रवाल की इस कहानी से आप जरूर सीख ले सकते हैं. उन्होंने 1 करोड़ रुपये की नौकरी का ऑफर ठुकरा दिया था.
2.शुरू किया अपना बिजनेस

आरुषि ने नौकरी का ऑफर ठुकराकर अपना स्टार्टअप शुरू करने का फैसला लिया था. उन्होंने टैलेंटडीक्रिप्ट (talentdecrypt) नाम से कंपनी शुरू की. फिर देखते ही देखते आरुषि ने अपनी कड़ी मेहनत से अपनी कंपनियों को बुलंदियों तक पहुंचाया.
3.कोडिंग सीखने में लगा दी जी-जान

आरुषि अग्रवाल ने नोएडा के जेपी इंस्टीट्यूट से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की. उसके बाद उन्होंने आईआईएम से मैनेजमेंट पूरा किया. उसके बाद उन्होंने आईआईटी दिल्ली से अपनी इंटर्नशिप पूरी की. हालांकि साल 2018 के अंत तक उन्होंने कोडिंग में महारत हासिल कर ली. फिर आरुषि ने 1.5 साल में सॉफ्टवेयर टैलेंटडीक्रिप्ट तैयार कर लिया था.
4.सिर्फ 1 लाख से शुरू किया था अपना बिजनेस

आरुषि ने साल 2020 में सिर्फ एक लाख रुपये से टैलेंटडीक्रिप्ट की शुरुआत की थी. उनकी कंपनी से दुनियाभर की 380 कंपनियां लाभ उठा रही हैं. आरुषि ने अपनी कड़ी मेहनत से सैकड़ों युवाओं को नौकरी भी दी है.
5.सैकड़ों युवाओं को दी नौकरी

टैलेंटडीक्रिप्ट एक कोडिंग आधारित एग्जाम प्लेटफॉर्म है, जो कंपनियों में ऑनलाइन इंटरव्यू की तैयारी करवाता है. इस कंपनी में युवाओं को हैकथॉन के तहत वर्चुअल स्किल टेस्ट पास करना पड़ता है. स्किल टेस्ट पास करने के बाद सीधा कंपनियों के साथ लाइनअप करके युवाओं का इंटरव्यू करवाया जाता है. इस कंपनी ने अभी तक सैकड़ों युवाओं को रोजगार दिया है.
6.बनाया करोड़ों का साम्राज्य

आरुषि अग्रवाल ने सिर्फ 1 लाख रुपये से स्टार्टअप शुरू किया और देखते ही देखते कुछ सालों में उन्होंने अपनी कंपनी को करोड़ों का साम्राज्य बना दिया है. आज उनकी कंपनी का टर्नओवर 50 करोड़ रुपये है.