लाइफस्टाइल
ऋतु सिंह | Aug 13, 2025, 12:52 PM IST
1.15 अगस्त को पूरे भारत में स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है लेकिन...

भारत को 15 अगस्त 1947 को आज़ादी मिली थी. लंबे समय तक चले स्वतंत्रता संग्राम में हज़ारों लोगों ने अपने प्राणों की आहुति दी, जिसके बाद देश को ब्रिटिश शासन से आज़ादी मिली. तब से, हर साल 15 अगस्त को पूरे भारत में स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस दिन सुबह प्रधानमंत्री लाल किले से तिरंगा फहराते हैं और पूरे देश में आज़ादी का पर्व मनाया जाता है. लेकिन एक राज्य का शहर 15 को आजादी का दिन नहीं मानाता. क्यों?
2.हर साल 14 अगस्त की रात यहां फहरता है झंडा

लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत में एक ऐसा शहर भी है जहां हर साल 15 अगस्त की सुबह नहीं, बल्कि 14 अगस्त की रात 12:01 बजे तिरंगा फहराया जाता है? यह परंपरा न केवल अनोखी है, बल्कि देशभक्ति की उस भावना को भी दर्शाती है जिसने समय से बहुत पहले ही आज़ादी का स्वागत कर दिया था.
3.बिहार का पूर्णिया है अलग

यह शहर है बिहार का पूर्णिया, जहां हर साल 14 अगस्त की रात को झंडा फहराया जाता है. यह परंपरा आज़ादी के समय से ही चली आ रही है. दरअसल, जब साल 1947 में भारत को आधिकारिक तौर पर आज़ादी मिली थी, तो इसकी घोषणा 14 अगस्त की आधी रात यानी 15 अगस्त की सुबह ही कर दी गई थी. ठीक उसी समय पूर्णिया के एक स्वतंत्रता सेनानी रामेश्वर प्रसाद सिंह ने तिरंगा फहराकर आज़ादी का स्वागत किया था.
4.14 अगस्त की रात रेडियो पर भारत की आज़ादी की मिली थी खबर

14 अगस्त की रात 12:01 बजे जब उन्हें रेडियो पर भारत की आज़ादी की खबर मिली, तो वे अपने साथियों राम रतन साह और शमशुल हक़ के साथ झंडा चौक पहुँचे और वहाँ राष्ट्रीय ध्वज फहराया. इसके बाद लोगों में मिठाइयाँ बाँटी गईं और जश्न मनाया गया.
5.ये परिवार इस परंपरा को कायम रखा है

इस ऐतिहासिक रात की याद में आज भी रामेश्वर प्रसाद सिंह का परिवार इस परंपरा को कायम रखता है. हर साल पूर्णिया के लोग 14 अगस्त की रात झंडा चौक पर इकट्ठा होते हैं और रात 12:01 बजे झंडा फहराते हैं.
6.वाघा बॉर्डर के बाद यहीं आधी रात को तिरंगा फहराया जाता है

यहां के लोगों का मानना है कि वाघा बॉर्डर के बाद देश में यही एक ऐसी जगह है जहां आधी रात को तिरंगा फहराया जाता है. यह परंपरा सिर्फ़ एक रस्म नहीं, बल्कि आज़ादी की भावना का प्रतीक है, जिसमें कुछ लोगों ने देश के बाकी हिस्सों से पहले ही आज़ादी का जश्न मना लिया.
7.इसलिए 79वां स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त 2025 को होगा

कई लोग सोचते हैं कि चूंकि 1947 से 2025 तक 78 वर्ष पूरे हो रहे हैं, इसलिए यह 78वां स्वतंत्रता दिवस होगा. लेकिन तकनीकी रूप से यह गणना थोड़ी अलग है. चूंकि पहला स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त 1947 को ही मनाया गया था, इसलिए पहले वर्ष को 'शून्य' नहीं, बल्कि 'एक' माना जाता है. इसलिए, भारत अपना 79वां स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त 2025 को मनाएगा.
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