Advertisement

Sharad Purnima Moon Not Rise Then: शरद पूर्णिमा पर बादलों में छुप जाए चांद तो कैसे रखें खीर? कैसे मिलेगा तब अमृत? 

शरद पूर्णिमा पर मान्यता है कि इस दिन चांद अपनी सोलह कलाओं से पूर्ण होता है और धरती पर अमृत बरसाता है. इस अमृतमयी चांदनी में रखी खीर सेवन करने से रोग, शोक और दोष दूर होते हैं. लेकिन सवाल उठता है अगर इस रात आसमान में बादल छाए रहें और चांद दिखाई ही न दे, तो क्या चंद्र अमृत का लाभ मिल पाएगा?

Latest News
Sharad Purnima Moon Not Rise Then: शरद पूर्णिमा पर बादलों में छुप जाए चांद तो कैसे रखें खीर? कैसे मिलेगा तब अमृत? 

शरद पूर्णिमा पर बादलों में छुप जाए चांद तो कैसे रखे खीर? 

Add DNA as a Preferred Source

ज्योतिषाचार्य प्रीतिका मजुमदार बताती हैं कि शरद पूर्णिमा की रात चंद्रमा और पृथ्वी की स्थिति ऐसी होती है कि चंद्र किरणों में औषधीय गुण अधिकतम स्तर पर सक्रिय हो जाते हैं. यही कारण है कि इस रात चांदनी में रखी खीर का सेवन शुभ और आरोग्यदायक माना गया है. परंतु जब बादल छा जाते हैं और चांद सीधा दिखाई नहीं देता, तब भी निराश होने की जरूरत नहीं है.

शरद पूर्णिमा पर बादलों में छुप जाए चांद तो कैसे रखे खीर? कैसे मिलेगा तब अमृत?

प्रीतिका बताती हैं कि अमृत की अवधारणा आध्यात्मिक और रूपकात्मक रूप से प्राप्त की जाती है, न कि चांदनी से भौतिक रूप से प्राप्त की जाती है.ऐसा माना जाता है कि शरद पूर्णिमा के दौरान चंद्र किरणें अपनी सबसे शक्तिशाली अवस्था में होती हैं. यदि चंद्रमा दिखाई न दे, तो उस रात का संकल्प और आध्यात्मिक ऊर्जा सबसे महत्वपूर्ण मानी जाती है. अनुष्ठान जारी रखें, क्योंकि चंद्रमा के अस्पष्ट होने पर भी दिव्य ऊर्जा विद्यमान रहती है.

धार्मिक मान्यता कहती है कि चंद्रदेव की किरणें बादलों से होकर भी धरती तक पहुंचती हैं. इसलिए खीर को घर की खुली जगह या छत पर रखें, ताकि वह वातावरण से संपर्क में रहे. भले ही चांद नजर न आए, उसकी ऊर्जा वातावरण में व्याप्त रहती है. इस समय खीर को ढकने के लिए पारदर्शी कपड़ा या नेट का प्रयोग करना चाहिए ताकि कीट-पतंगे न आएं, पर ऊर्जा का प्रवाह बना रहे.

शरद पूर्णिमा पर बादलों में छुप जाए चांद तो कैसे रखे खीर? कैसे मिलेगा तब अमृत?

प्रीतिका बताती हैं कि यदि पूरी तरह से बादल छाए हों और वर्षा जैसी स्थिति हो, तो खीर को खिड़की या बालकनी में रखकर मंत्रोच्चारण करें.

ॐ चन्द्राय नमः 

इस मंत्र के जाप से चंद्रदेव की कृपा अवश्य प्राप्त होती है.अगले दिन सुबह इस खीर का सेवन या दान करने से पुण्य फल मिलता है.

ज्योतिषीय दृष्टि से शरद पूर्णिमा धनु, मीन, और कर्क राशि वालों के लिए विशेष शुभ मानी जाती है. यदि चांद दिखाई न दे तो भी भावना, श्रद्धा और संकल्प से किया गया उपवास और पूजन फलदायी होता है.

शरद पूर्णिमा पर बादलों में छुप जाए चांद तो कैसे रखे खीर?

इसलिए यदि शरद पूर्णिमा की रात आसमान में बादल घिर जाएं, तो यह सोचकर निराश न हों कि अमृत बरसा नहीं. सच्ची श्रद्धा और चंद्र ऊर्जा दोनों ही अदृश्य रूप में कार्य करते हैं — जैसे प्रेम दिखाई नहीं देता, पर महसूस जरूर होता है.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

 

Read More
Advertisement
Advertisement
पसंदीदा वीडियो
Advertisement