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दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों में से एक है Nobel Peace Prize के विजेता का ऐलान हो चुका है. यह पुरस्कार उन लोगों या संस्थाओं को दिया जाता है, जिन्होंने राष्ट्रों के बीच भाईचारे और सहयोग को बढ़ाने के लिए सबसे अधिक या सबसे उत्कृष्ट योगदान किया हो. आइए जानें कौन हैं विजेता...
Nobel Peace Prize Winner: दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों में से एक है नोबेल शांति पुरस्कार के विजेता का ऐलान हो चुका है. बता दें कि नोबेल शांति पुरस्कार उन लोगों या संस्थाओं को दिया जाता है, जिन्होंने राष्ट्रों के बीच भाईचारे और सहयोग को बढ़ाने के लिए सबसे अधिक या सबसे उत्कृष्ट योगदान किया हो. विजेता को 11 मिलियन स्वीडिश क्रोना (10.3 करोड़ रुपए), सोने का मेडल और सर्टिफिकेट दिया जाएगा. इसके अलावा अगर एक से ज्यादा लोग जीतते हैं, तो यह प्राइज मनी उनके बीच बंट जाती है. आज यानी 10 दिसंबर को ओस्लो में नोबेल शांति पुरस्कार मारिया कोरिना मचाडो (María Corina Machado) को दिया गया. आइए जानें शांति पुरस्कार के अलावा 2025 में किस कैटेगरी में किसे मिला नोबेल पुरस्कार...
कौन हैं मारिया कोरिना मचाडो (María Corina Machado)?
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जिनका नाम चर्चा में था उन्हें नोबेल पीस प्राइज नहीं मिला है, बल्कि ये सम्मान दिया गया है वेनेजुएला की अपोजीशन लीडर मारिया कोरिना मचाडो को.. बता दें कि उन्होंने वेनेज़ुएला के लोगों की स्वतंत्रता के लिए वर्षों तक काम किया है. वेनेज़ुएला में शासन की सत्ता पर कठोर पकड़ और उसके खिलाफ मचाडो का संघर्ष सराहनीय माना गया है..
BREAKING NEWS
— The Nobel Prize (@NobelPrize) October 10, 2025
The Norwegian Nobel Committee has decided to award the 2025 #NobelPeacePrize to Maria Corina Machado for her tireless work promoting democratic rights for the people of Venezuela and for her struggle to achieve a just and peaceful transition from dictatorship to… pic.twitter.com/Zgth8KNJk9
2025 नोबेल पुरस्कार विजेता (Nobel Prize Winners 2025)

नोट- नोबेल शांति पुरस्कार की घोषणा आज हुई है, जिसकी विजेता हैं मारिया कोरिना मचाडो (María Corina Machado). वहीं Economics की घोषणा 13 अक्टूबर 2025 को होगी.
इस बार 338 उम्मीदवार थे, जिनमें से 244 लोग और 94 संगठन का नाम शामिल था. बता दें कि इन सब में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का नाम सबसे ज्यादा चर्चा रहा, क्योंकि वे कई बार कह चुके हैं कि उन्हें यह पुरस्कार मिलना चाहिए. इसलिए कि उन्होंने भारत-पाकिस्तान समेत 7 युद्ध रुकवाए हैं.
इसके अलावा इस रेस में पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान, टेस्ला CEO इलॉन मस्क, मलेशियाई PM अनवर इब्राहिम और पोप फ्रांसिस (अप्रैल में निधन हो गया) भी शामिल था.
बता दें कि नोबेल पुरस्कारों की स्थापना 1895 में हुई थी और पुरस्कार 1901 से दिए जा रहे हैं. इस पुरस्कार को वैज्ञानिक और इन्वेंटर अल्फ्रेड बर्नहार्ड नोबेल के नाम पर दिया जाता है. शुरुआत फिजिक्स, मेडिसिन, केमिस्ट्री, लिटरेचर और पीस सेक्टर से हुई थी, अब इकोनॉमिक्स फील्ड में भी नोबेल प्राइज दिए जाने लगे हैं.
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