Sidhu Moose Wala के अंतिम संस्कार में पिता ने उतार दी पगड़ी, भावनाओं का उमड़ा ज्वार, देखें PHOTOS

सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद उनके समर्थकों की भावनाएं उबाल पर हैं. अंतिम संस्कार के समय उनके गांव में समर्थकों की भारी भीड़ जुटी.

गायक सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moose Wala) का अंतिम संस्कार उनके गांव में किया जा रहा है. सिद्धू मूसेवाला को दो दिन पहले दिन-दहाड़े गोली मार दी गई थी, जिसके बाद उनकी मौत हो गई. सिर्फ़ 29 साल के सिद्धू मूसेवाला पंजाब के बेहद चर्चित और लोकप्रिय गायक थे. इसी साल हुए विधानसभा चुनाव में वह कांग्रेस के टिकट पर चुनाव भी लड़े थे, लेकिन हार गए थे. गांव में सिद्धू मूसेवाला का शव पहुंचने के बाद उनके मां-बाप बुरी तरह रो पड़े. पिता तो इस कदर भावुक हो गए कि सबके सामने अपनी पगड़ी उतार दी. उनके पिता ने कहा कि उन्होंने एक झटके में अपना सबकुछ खो दिया है.

ट्रैक्टर पर निकली सिद्धू मूसेवाला की शवयात्रा

किसान परिवार से आने वाले सिद्धू मूसेवाला गांव से बेहद जुड़ाव रखते थे. अंतिम यात्रा में सिद्धू मूसेवाला का शव एक ट्रैक्टर पर रखा गया. उनके गांव के लोग और समर्थक हाथ जोड़कर सिद्धू मूसेवाला को आखिरी विदाई देते दिखे.

बेटे को देख बिलख पड़ी मां

जवान बेटे की हत्या से सिद्धू मूसेवाला का परिवार गहरे सदमे में है. पोस्टमॉर्टम के बाद जब सिद्धू मूसेवाला का शव उनके गांव लाया गया तो बेटे का शव देखकर उनकी मां बुरी तरह बिलख पड़ी. सिद्धू के मां-बाप का रो-रोकर बुरा हाल है

बेटा खोकर पिता ने उतार दी पगड़ी

सिद्धू मूसेवाला के पिता और मां अपने बेटे को देखकर बिलख-बिलखकर रो पड़े. उनके पिता ने सिद्दधू मूसेवाला के शव की मूंछों पर ताव भी दिया. बाद में समर्थकों और चाहने वालों के बीच सिद्धू मूसेवाला के पिता इतने भावुक हो गए कि उन्होंने सबके सामने अपनी पगड़ी उतार दी और बुरी तरह रोने लगे.

मूसेवाला ने की थी जुताई, उसी खेत में हुआ अंतिम संस्कार

सिद्धू मूसेवाला का अंतिम संस्कार उसी खेत में किया गया, जिसकी जुताई खुद सिद्धू ने अपनी हत्या से एक दिन पहले की थी. सिद्धू मूसेवाला ट्रैक्टर चलाने के शौकीन थे और वह 5911 ट्रैक्टर से खेत की जुताई भी किया करते थे. वह खुद को भी 5911 कहते थे.
 

सुरक्षा के सख्त इंतजाम

मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए सिद्धू मूसेवाला के गांव मूसा में भारी सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं. पंजाब पुलिस चप्पे-चप्पे पर नजर रख रही है कि सबकुछ शांति से हो और कोई भी अप्रिय घटना न घटे.

गांव में उमड़ा समर्थकों का भारी जनसैलाब

सिद्धू मूसेवाला का अंतिम दर्शन करने के लिए उनके गांव में समर्थकों और चाहने वालों की भारी भीड़ जमा हो गई. स्थानीय लोग उनके उसी खेत में इकट्ठा हुए जहां सिद्धू मूसेवाला का अंतिम संस्कार किया जाना है.