भारत
Nitish Kumar: चार दशकों से अधिक समय के राजनीतिक करियर में 71 वर्षीय नीतीश कुमार पर भ्रष्टाचार, भाई भतीजावाद, कुशासन जैसे दाग नहीं लगे हैं, हालांकि उनके आलोचक उन पर ‘अवसरवादिता’ का आरोप लगा रहे हैं.
डीएनए हिंदी: देश के हिन्दी पट्टी क्षेत्र में किसी राज्य में सबसे लम्बे समय तक मुख्यमंत्री रहने वाले नीतीश कुमार (Nitish Kumar) बिहार के सर्वोच्च पद के लिए एक तरह से पर्यावाची बन गए है. राजनीतिक कला में माहिर नीतीश कुमार ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से संबंध विच्छेद करने से पहले अंतिम क्षण तक अपने पत्ते नहीं खोले. उन्होंने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से अलग होने के लिये अपनी पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जदयू) में सर्वसम्मत भावना का हवाला दिया. नीतीश कुमार ने इसके बाद बिना समय गंवाए विपक्षी दलों के साथ नया समझौता किया जिन्होंने जदयू के वरिष्ठ नेता का खुलकर स्वागत किया.
चार दशकों से अधिक समय के राजनीतिक करियर में 71 वर्षीय नीतीश कुमार पर भ्रष्टाचार, भाई भतीजावाद, कुशासन जैसे दाग नहीं लगे हैं, हालांकि उनके आलोचक उन पर ‘अवसरवादिता’ का आरोप लगा रहे हैं. नीतीश कुमार का जन्म 1 मार्च 1951 को पटना के बाद बख्तियारपुर जिले में हुआ था. उनके पिता स्वतंत्रता सेनानी एवं आयुर्वेदिक चिकित्सक थे. नीतीश कुमार खुद इलेक्ट्रिकल इंजीनियर रहे हैं. वह बिहार इंजीनियरिंग कालेज (अब एनआईटी, पटना) के दिनों में छात्र राजनीति में सक्रिय हुए. बाद में वह समाजवादी नेता राम मनोहर लोहिया के प्रभाव में राजनीति में शामिल हो गए और 1970 के दशक में जयप्रकाश नारायण के आंदोलन में भाग लिया.
पढ़ें- 8वीं बार मुख्यमंत्री बने नीतीश कुमार, PM नरेंद्र मोदी पर बोला बड़ा हमला
जेपी आंदोलन के दौरान उनका परिचय कई लोगों से हुआ जिनमें लालू प्रसाद और सुशील कुमार मोदी शामिल हैं. नीतीश कुमार को पहली चुनावी सफलता 1985 के विधानसभा चुनाव में मिली जिनमें कांग्रेस ने बड़ी जीत दर्ज की थी. हालांकि नीतीश कुमार लोकदल के टिकट पर हरनौत सीट जीतने में सफल रहे. इसके पांच वर्ष बाद वे तत्कालीन बाढ़ सीट से सांसद निर्वाचित हुए. बाढ़ संसदीय सीट अब समाप्त हो गई है. इसके करीब पांच वर्ष बाद जब मंडल की लहर अपने शीर्ष पर थी तब नीतीश कुमार ने जार्ज फर्नाडिस के साथ मिलकर समता पार्टी की स्थापना की जो बाद में जदयू में रूपांतरित हो गई और आगे जा कर भाजपा के साथ केंद्र में और 2005 के बाद से राज्य में सत्ता में हिस्सेदार बनी.
पढ़ें- सुशील मोदी ने पुराने दोस्त नीतीश कुमार पर किया बड़ा प्रहार
मुख्यमंत्री के रूप में नीतीश कुमार के, पहले पांच वर्षो के कार्यकाल का उनके आलोचक भी उल्लेख करते है. नीतीश कुमार के पहले कार्यकाल में प्रदेश में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति में काफी सुधार देखा गया था जो उससे पहले प्रतिद्वन्द्वी समूहों द्वारा नरसंहार और फिरौती के लिये अपहरण की घटनाओं के कारण सुर्खियों में रहती थी. मंडल आंदोलन की उपज और कुर्मी समुदाय से संबंध रखने वाले नीतीश कुमार ने राज्य के जातीय गणित को ध्यान में रखते हुए अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) और दलितों का एक उपकोटा सृजित किया जिसे ‘अति पिछड़ा’ और ‘महादलित’ का नाम दिया गया.
पढ़ें- Bihar News: नीतीश को 'पलटूराम' कहे बिना PK ने कह दी बड़ी बात
इस कदम का प्रभावशाली यादव समुदाय और दुसाध जाति (राम विलास पासवान का समर्थक मानी जाने वाली जाति) ने विरोध किया था. कुमार ने ‘पसमंदा’ मुस्लिम मुद्दे को भी आगे बढ़ाया. हिन्दुत्व विचारधारा से जुड़े तत्वों की अतिसक्रियता पर लगाम लगाने की उनकी क्षमता के कारण ही भाजपा के साथ गठबंधन होने के बावजूद अल्पसंख्यक समुदाय में उनकी स्वीकार्यता बनी रही. अपने मुख्यमंत्रितत्व काल में नीतीश कुमार ने स्कूल जाने वाली बालिकाओं के लिए नि:शुल्क साइकिल एवं पोशाक जैसे कदम उठाए.
पढ़ें- 'सुशासन बाबू' ही नहीं 'पलटीमार' भी है नीतीश कुमार का नाम, जानें किसे कब दिया राजनीतिक झटका
इन कदमों के कारण ही वर्ष 2010 में जदयू-भाजपा गठबंधन बड़े बहुमत के साथ सत्ता में लौटा. यह समय अटल-आडवाणी युग के अवसान का था और तब गुजरात में उनके समकक्ष रहे नरेन्द्र मोदी के साथ नीतीश कुमार की तल्खी बढ़ गई थी जिन्हें बिहार में उन्होंने चुनाव प्रचार नहीं करने दिया और 2013 में भाजपा के साथ गठबंधन समाप्त कर लिया. उन्होंने हालांकि सत्ता बनाये रखी क्योंकि विधानसभा में उनके पास पर्याप्त संख्या बल था. नीतीश कुमार ने वर्ष 2014 में लोकसभा चुनाव में अपनी पार्टी के खराब प्रदर्शन को देखते हुए नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए पद छोड़ दिया था.
पढ़ें- Nitish Kumar के पलटी मारने पर भड़की बीजेपी ने पूछा- तब और अब के भ्रष्टाचार में क्या फर्क आया?
हालांकि, एक वर्ष बाद ही अपने सहयोगी रहे जीतन राम मांझी के विद्रोह के बाद राजद और कांग्रेस के समर्थन से वह फिर मुख्यमंत्री बने. उन्हें तब पीएम मोदी को चुनौती देने वाले नेता के रूप में देखा जाता था. वर्ष 2015 के विधानसभा चुनाव में जदयू, राजद और कांग्रेस के महागठबंधन ने बड़ी जीत दर्ज की और सत्ता हासिल की. नीतीश कुमार महागठबंधन के नेता के रूप में मुख्यमंत्री बने हालांकि दो वर्ष बाद ही 2017 में वे राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में लौट आए.
पढ़ें- नीतीश कुमार बोले- बीजेपी ने हमें अपमानित किया, जानिए बिहार की राजनीति से जुड़े 5 अपडेट
तब नीतीश कुमार ने उपमुख्यमंत्री रहे तेजस्वी यादव पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप को लेकर अपने रुख को व्यक्त किया था. वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में कुमार ने केंद्र में भारी बहुमत से काबिज भाजपा के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ा. हालांकि जदयू को 243 सदस्यीय विधानसभा में 45 सीट पर ही संतोष करना पड़ा. समझा जाता है कि भाजपा की आक्रामक शैली तथा विरोधियों को समाप्त करने एवं सहयोगियों पर काबू करने के उसके तरीके से कुमार सहज नहीं थे और उन्होंने पूर्व सहयोगियों के साथ जाना बेहतर समझा जिन्होंने सीमित महत्वाकांक्षा का प्रदर्शन किया.
इनपुट- PTI
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
Testosterone लेवल कम हो गया है तो आज से ही खाना शुरू कर दें ये 5 चीजें
Blood Sugar Control: डायबिटीज मरीज डाइट में शामिल कर लें ये 3 फल, खाते ही कंट्रोल हो जाएगा शुगर
फुटबॉल मैच या सरकार को चुनौती? मणिपुर के वायरल वीडियो में हाथों में राइफल लिए दिखे खिलाड़ी
पाकिस्तान फुटबॉल फेडरेशन को लगा बड़ा झटका, FIFA ने कर दिया सस्पेंड
Cholesterol पर 'फुल स्टॉप' लगा देगा ये देसी नुस्खा, बंद नसें हो जाएंगी साफ
Hera Pheri 3 में इस बार होगी राजू की हेरा फेरी, श्याम और बाबू राव ने दिया बड़ा अपडेट
RBI MPC: 25, 40 या 50 लाख तक का है होम लोन, तो यहां जानें कि अब आपकी EMI कितनी होगी कम
Captain in Debut Test: जिम्बाब्वे के खिलाड़ी की चमकी किस्मत, टेस्ट डेब्यू करते ही मिल गई कप्तानी
Pregnancy के दौरान इन मसालों से करें परहेज, बढ़ सकता है मिसकैरेज का खतरा
Chhaava विवाद पर Vicky Kaushal ने तोड़ी चुप्पी, लेजिम सीक्वेंस पर कही ये बात
Healthy Leaves: रोज सुबह चबाएं औषधीय गुणों से भरपूर ये पत्तियां, काबू में रहेगा शुगर लेवल
King Cobra: किंग कोबरा के साथ टीवी देखने का मजा ही अलग है! सोशल मीडिया पर डरावना Video Viral
तेजी से बढ़ते Uric Acid ने कर दिया है परेशान? इन घरेलू उपायों से मिलेगी तुरंत राहत
Mahakumbh 2025: महाकुंभ मेले में फिर लगी आग, सेक्टर-18 के शंकराचार्य मार्ग के पंडाल चपेट में आए
विराट कोहली की चोट पर मिला बड़ा अपडेट, शुभमन गिल ने बताया कब करेंगे वापसी
नंदी के कान में ऐसे कहेंगे अपनी इच्छा तो पूर्ण हो जाएगी मनोकामना, जानें सही विधि से लेकर नियम
Kapil Sharma से Rupali Ganguly तक, ये 6 टीवी स्टार्स हैं सबसे रईस, जानें इनकी नेटवर्थ
पहला वनडे नहीं खेलने वाले थे श्रेयस अय्यर, मैच के बाद खुद ही खोली टीम इंडिया की पोल
कौन हैं कॉमेडियन Pranit More? जिन पर हमले के बाद Veer Pahariya ने मांगी माफी
बिना दवाओं के साफ हो जाएगा नसों में जमा गंदा कोलेस्ट्रॉल, बस पीना शुरू कर दें ये जूस
Viral News: भैंस ने दिया बछड़े को जन्म, कुदरत का करिश्मा देखकर पूरा गांव रह गया दंग
Nimrat Kaur ने हाउस हेल्पर और उनके बच्चों को दी ट्रीट, दिखाई Sky Force फिल्म
Viral: नहीं देखा होगा ऐसा शादी का कार्ड, नाम के नीचे जो लिखा वह पढ़कर उड़ जाएंगे होश
Delhi News: नॉर्थ दिल्ली के सेंट स्टीफन कॉलेज को मिला धमकी भरा ईमेल, बंद किया गया कैंपस
Sonu Sood के खिलाफ जारी हुआ अरेस्ट वारंट, जानें क्या है पूरा मामला
Viral: चलती ट्रेन पर कूदकर किया खतरनाक स्टंट, Video देख लोगों ने कहा, जल्द होंगे यमराज के दर्शन
Inflation News: इस साल महंगाई नहीं बिगाड़ेगी रसोई का बजट, इन तीन सब्जियों की नहीं बढ़ेंगी कीमतें
रीना-किरण के बाद Aamir Khan को तीसरी बार हुआ प्यार, जानें कौन है रूमर्ड गर्लफ्रेंड!
Zomato News: बदल गया 'जोमैटो' का नाम, कंपनी के बोर्ड ने दी मंजूरी, अब इस नाम से होगी पहचान
भाई के संगीत में Priyanka Chopra ने पति Nick Jonas संग की ट्विनिंग, दिखा ग्लैमरस अंदाज
Delhi Exit Poll: एग्जिट पोल से अलग BJP के लिए दिल्ली जीतना आसान नहीं, ये 4 हैं बड़े कारण
Delhi Assembly Elections 2025: BJP जीती तो कौन होगा दिल्ली का CM, इन तीन नामों की जमकर हो रही चर्चा
महाराष्ट्र में Guillain-Barre Syndrome से एक और मौत, अब तक 173 केस, बुजुर्गों में बढ़ रहा खतरा
कौन हैं Meher Afroz Shaon, बांग्लादेशी एक्ट्रेस को यूनुस सरकार ने देशद्रोह में किया गिरफ्तार
Gas, Acidity से छुटकारा दिलाएगा ये आयुर्वेदिक नुस्खा, हाजमा होगा ठीक
बच्चों को अगर Plastic Tiffin Box में देते हैं Lunch, तो अभी कर दें बंद, हो सकते हैं ये नुकसान
'चुनाव नतीजों से पहले AAP विधायकों को 15-15 करोड़ का ऑफर', संजय सिंह का BJP पर बड़ा आरोप
ट्रंप ने गाजा के संदर्भ में दिया जरूरी प्रस्ताव, पीछे हटता नजर आया व्हाइट हाउस
IND vs ENG: भारत ने तूफानी अंदाज में जीता नागपुर वनडे, इंग्लैंड को 4 विकेट से दी शिकस्त
रवींद्र जडेजा ने रचा इतिहास, जेम्स एंडरसन का तोड़ा रिकॉर्ड, दिग्गजों की लिस्ट में हुए शामिल
IND vs ENG: टेस्ट के बाद वनडे में भी रोहित शर्मा हुए फेल, नौसिखिए की तरह बने साकिब का शिकार
UP B.Ed Admission 2025 के लिए इस तारीख से रजिस्ट्रेशन होगा शुरू, जानें कितना लगेगा आवेदन शुल्क
नोएडा में 9 फरवरी से पेट रोल कार्निवल, रैंप वॉक पर जलवा बिखेरेंगे 35 नस्ल के डॉग, जानें पूरी डिटेल
क्या जुड़वां बच्चों को जन्म देने वाली महिलाओं में ज्यादा होता है Heart Disease का जोखिम?
Udit Narayan ने एक बार फिर पार की सारी हदें, फीमेल फैन को किया किस, चौंकाने वाला वीडियो वायरल
भारत का वो रेलवे स्टेशन जहां नहीं रुकती एक भी ट्रेन, अंग्रेजों से रहा है खास रिश्ता
नदी के बहते पानी से निकाल लिया अजगर, युवक की डेयरिंग देख लोग कर रहे सलाम, VIDEO
Zomato में मोटी सैलरी वाली नौकरी पाने का मौका, अगर आपके पास हैं '2 दिमाग' तो फटाफट करें अप्लाई
अगर एग्जिट पोल हुए सच, तो इन कारणों के चलते आप को हुआ दिल्ली में भारी नुकसान...
IND vs ENG: 2 डेब्यूटेंट ने किया कमाल, यशस्वी ने पकड़ा हैरतअंगेज कैच, देखें VIDEO
डायबिटीज से लेकर कमजोर इम्युनिटी तक, कई बीमारियों के लिए वरदान है ये हरा जूस
साले साहब की शादी में सात समुंदर पार से आए Nick Jonas, एयरपोर्ट पर बेहद एक्साइटेड दिखे 'जीजू'
Vastu Tips: घर के सामने पपीते का पेड़ लगाना सही या गलत, जानें क्या कहता है वास्तु शास्त्र
पित्त की थैली में पथरी का कारण बन सकती हैं ये 5 चीजें, खाने से पहले हो जाएं सावधान!