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MP: उज्जैन में 53 लाख का सरकारी चना लापता! 'नेताजी' के गोदाम से 2050 बोरियां उड़न छू, जांच में हुआ चौंकाने वाला खुलासा

मध्य प्रदेश से एक बेहद ही हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां उज्जैन जिले के एक गोदाम से करीब 2050 सरकारी चने की बोरियां गायब हो गई हैं. आइए जानते हैं क्या है पूरी घटना..

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MP: उज्जैन में 53 लाख का सरकारी चना लापता! 'नेताजी' के गोदाम से 2050 बोरियां उड़न छू, जांच में हुआ चौंकाने वाला खुलासा
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MP: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh)के उज्जैन (Ujjain) जिले में सरकारी चने की 2050 बोरियां गायब होने का मामला सामने आया है. ये चना बीजेपी (BJP) के पूर्व जिला ग्रामीण उपाध्यक्ष गजेंद्र सिंह उमठ के गोदाम में रखा गया था. छह साल बाद जब वेयरहाउस का सत्यापन किया गया, तो पूरा गोदाम खाली पाया गया. गायब हुए चने की कीमत करीब 53 लाख रुपये बताई जा रही है. यह घोटाला सरकारी तंत्र और गोदाम प्रबंधन में गहरी खामियों को उजागर करता है.

क्या है मामला?
यह घटना ग्राम मालीखेड़ी स्थित उमठ वेयरहाउस की है. 2018-19 में समर्थन मूल्य पर 1090 क्विंटल चने की खरीदारी हुई थी, जिसे 2050 बोरियों में पैक कर गोदाम में स्टोर किया गया था. लेकिन जनवरी 2025 में जब क्षेत्रीय प्रबंधक बीएल चौहान ने भौतिक सत्यापन किया, तो एक भी दाना नहीं मिला. यह मामला 17 मई 2018 से 6 जनवरी 2025 के बीच हेराफेरी का है.

एफआईआर और आरोप
वेयरहाउस संचालक गजेंद्र सिंह उमठ और शाखा प्रबंधक भगवान सिंह पटेल पर एफआईआर दर्ज की गई है. उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 316(2), 316(5), और 318(3) के तहत केस दर्ज किया गया है. क्षेत्रीय प्रबंधक ने बताया कि आरोपियों की संपत्ति की जांच की जा रही है. सरकार के आदेशानुसार, इनकी संपत्तियों को जब्त कर नुकसान की भरपाई की जाएगी.

पुरानी घटनाओं से जुड़ता मामला
यह पहली बार नहीं है जब उज्जैन में सरकारी अनाज की चोरी का मामला सामने आया है. दिसंबर 2024 में कांग्रेस नेता विजय सिंह गौतम के वेयरहाउस से भी 3 करोड़ रुपये के गेहूं की हेराफेरी का मामला उजागर हुआ था.


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कई तरह के सवाल उठ रहे हैं
इस घटना के बाद कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. प्रशासन को छह साल तक यह हेराफेरी क्यों नहीं पता चली? क्या इस मामले में केवल संचालक दोषी हैं, या अन्य लोग भी शामिल हैं? बहरहाल, यह घोटाला सरकारी तंत्र और गोदाम प्रबंधन में गहरी खामियों को उजागर करता है. अब देखना होगा कि प्रशासन कितनी सख्ती से कार्रवाई करता है और जनता के पैसे की हिफाजत कैसे सुनिश्चित की जाती है. 

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