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JNU की दीवारों पर 'ब्राह्मणों भारत छोड़ो', 'बनियों भारत छोड़ो' के नारे, पढ़ें किसने क्या कहा

JNU Brahmin Slogans: जेएनयू की दीवारों पर ब्राह्मणों और बनियों के खिलाफ दीवारों पर लिखे गए नारों ने नया विवाद खड़ा कर दिया है.

JNU की दीवारों पर 'ब्राह्मणों भारत छोड़ो', 'बनियों भारत छोड़ो' के नारे, पढ़ें किसने क्या कहा

जेएनयू में लिखे गए विवादित नारे

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डीएनए हिंदी: जवाहर लाल यूनिवर्सिटी (JNU) की दीवारों पर लिखे गए कुछ विवादित नारों ने हंगामा खड़ा कर दिया है. 'ब्राह्मण भारत छोड़ो', 'ब्राह्मण बनिया हम आ रहे हैं' और 'हम बदला लेंगे' जैसे नारे लिखे जाने के बाद इस मुद्दे पर बयानबाजी और राजनीति शुरू हो गई है. जेएनएयू की वाइस चांसलर (JNU VC) ने मामले को गंभीरता से लिया है और इस मामले की जांच करके रिपोर्ट सौंपने के आदेश दिए हैं. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने आरोप लगाए हैं कि यह करतूत लेफ्ट के लोगों की है. 

जेएनयू की इस घटना पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, 'आज जेएनयू टुकड़े-टुकड़े गैंग का केंद्र बनता जा रहा है. देश में टुकड़े-टुकड़े गैंग और गजवा-ए-हिंद का गठबंधन चल रहा है. भारत के अंदर बहुसंख्यकों में विभेद कैसे पैदा हो इसी की साजिश की जा रही है लेकिन यह कामयाब नहीं हो पाएगी. देश में मोदी की सरकार है जो सबके हित की बात सोचती है.'

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मनोज मुंतशिर ने लिखा- मैं चुप्पी से इनकार करता हूं
इस घटना पर नाराजगी जताते हुए गीतकार मनोज मुंतशिर ने लिखा, 'ये है JNU का सनातन विरोधी और भारत विरोधी चेहरा. दुख यह है कि इस बारे में कोई बात नहीं कर रहा. एक जाति विशेष को टारगेट किया जाए और वह जाति अपने पक्ष में कुछ बोल दे तो हम जातिवादी हो गए. मैं इस कायरता भरी चुप्पी से इनकार करता हूं.'

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हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने इस मामले पर कहा कि ऐसी सोच को कुचल देना चाहिए. अनिल विज ने आगे कहा, 'कुछ ताकतें देश को तोड़ने का काम कर रही हैं. देश की संस्कृति को बचाने में ब्राह्मणों और अर्थव्यवस्था को बनाने में बनिया समाज का विशेष योगदान हैं. इस तरह के नारे बहुत ही घातक हैं. यह देश की संस्कृति और व्यापार पर प्रहार है. ऐसी सोच को कुचल देना चाहिए.'

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