Advertisement

Margaret Alva ने मांगा वोट तो बोले हिमंत बिस्वा सरमा- मुझे तो वोट ही नहीं देना, समझिए क्या है मामला

Vice President Election 2022: हिमंत बिस्वा सरमा ने मार्गरेट अल्वा से कहा है कि वह तो इलेक्टोरल कोलेज का हिस्सा ही नहीं हैं इसलिए इस चुनाव में उनकी कोई भूमिका ही नहीं है.

Latest News
Margaret Alva ने मांगा वोट तो बोले हिमंत बिस्वा सरमा- मुझे तो वोट ही नहीं देना, समझिए क्या है मामला

हिमंत बिस्वा सरमा ने मार्गरेट अल्वा को दिया जवाब

Add DNA as a Preferred Source

डीएनए हिंदी: उपराष्ट्रपति पद के चुनाव (Vice President Election) के लिए विपक्ष की उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा (Margaret Alva) ने अपने लिए संपर्क जुटाने के क्रम में सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को फोन करना शुरू किया है. इसी क्रम में उन्होंने कर्नाटक, असम और दिल्ली के मुख्यमंत्रियों को फोन किया. मार्गरेट अल्वा के फोन का जिक्र जयराम रमेश (Jairam Ramesh) ने अपने ट्वीट में किया. इसी का जवाब देते हुए असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा (Himanta Bisa Sarma) ने ट्वीट करके कहा है कि वह तो इलेक्टोरल कोलेज के सदस्य ही नहीं हैं. हिमंत ने कहा कि उपराष्ट्रपति के चुनाव में उनकी कोई भूमिका नहीं है.

रविवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने एक ट्वीट में लिखा, 'मार्गरेट अल्वा ने आज अपने कैंपेन दफ्तर, 1, पंडित रवि शंकर शुक्ला लेन से अपना चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है. उन्होंने असम, कर्नाटक और दल्ली के मुख्यमंत्री से उपराष्ट्रपति चुनाव के संबंध में बातचीत की. उनके लंबे राजनीतिक करियर और लोगों से उनके संबंधों की वजह से यह बातचीत काफी अच्छी और दोस्ताना रही.'

यह भी पढ़ें- राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्र के नाम दिया आखिरी संबोधन, जानिए क्या रहीं भाषण की अहम बातें

हिमंत बोले- मेरी कोई भूमिका नहीं
जयराम रमेश के इसी ट्वीट के जवाब में हिमंत बिस्वा सरमा ने लिखा, 'उन्होंने (मार्गरेट अल्वा) मुझे आज सुबह फोन किया. मैंने विनम्रता के साथ उन्हें कहा कि मैं इलक्टोरल कोलेज का हिस्सा नहीं हूं. भारत के उपराष्ट्रपति के चुनाव में मेरी कोई भूमिका नहीं है.'

यह भी पढ़ें- Akhilesh Yadav का साथ छोड़कर मायावती के साथ जाएंगे ओपी राजभर? जानिए क्या है प्लान

क्या है मामला?
दरअसल, राष्ट्रपति चुनाव में खड़े होने वाले उम्मीदवार तमाम पार्टियों के नेताओं से मुलाकात या बातचीत करके उनसे समर्थन मांगते हैं. इसी तरह उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए भी समर्थन जुटाया जाता है. आपको बता दें कि उपराष्ट्रपति के चुनाव के लिए वोट डालने वाले इलेक्टोरल कोलेज में लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य शामिल होते हैं. राष्ट्रपति चुनाव की तरह, इसमें राज्य की विधानसभाओं के सदस्य इसमें वोट नहीं डालते हैं. यही वजह है कि हिमंत बिस्वा सरमा ने साफ किया है कि उनकी इस चुनाव में कोई भूमिका नहीं है.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

Read More
Advertisement
Advertisement
पसंदीदा वीडियो
Advertisement