Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

Russia Ukraine War पर बोले विदेश मंत्री एस. जयशंकर, 'भारत मदद के लिए तैयार, लेकिन बातचीत शुरू हो'

S Jaishankar On Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि भारत मदद के लिए तैयार है, लेकिन दोनों पक्षों को बातचीत करनी होगी.

Latest News
Russia Ukraine War पर बोले विदेश मंत्री एस. जयशंकर, 'भारत मदद के लिए तैयार, लेकिन बातचीत शुरू हो'

विदेश मंत्री ने रूस-यूक्रेन युद्ध पर कही बड़ी बात

FacebookTwitterWhatsappLinkedin

रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध(Russia Ukraine War) से पूरा विश्व प्रभावित हो रहा है. वैश्विक अर्थव्यवस्था और महंगाई पर इस युद्ध का असर पड़ रहा है. विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने दोनों देशों के बीच बातचीत की जरूरत पर जोर दिया है. उन्होंने कहा कि कभी न कभी तो रूस और यूक्रेन को एक साथ आना ही पड़ेगा. बातचीत से ही समाधान निकल सकता है. विदेश मंत्री ने यह भी कहा कि अगर दोनों पक्षों की सहमति बनती है, तो भारत मदद के लिए तैयार है. हम आवश्यक सलाह देने के लिए तैयार हैं, लेकिन बातचीत का फैसला इन दो पक्षों को ही करना होगा.

एस. जयशंकर ने बातचीत की जरूरत पर दिया बल 
जर्मन विदेश मंत्रालय के वार्षिक राजदूत सम्मेलन में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मीडिया ने रूस-यूक्रेन संकट पर सवाल पूछा था. इसके जवाब में विदेश मंत्री ने कहा  कि पड़ोसी देशों के बीच भी मतभेद होते हैं और यह सामान्य बात है. एक बात याद रखी जानी चाहिए कि जंग से मतभेदों के समाधान नहीं हो सकते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि जरूरत पड़ी, तो भारत उपयोगी सलाह देने के लिए तैयार है. 


यह भी पढे़ं: अमेरिका में मंगलवार को ही क्यों होते हैं राष्ट्रपति चुनाव? जानिए इसके पीछे का इतिहास


एक दिन पहले उन्होंने सऊदी अरब की राजधानी में भारत-खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) की बैठक में हिस्सा लिया था. इस दौरान उन्होंने अपने रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव के साथ भी चर्चा की है. 

PM Modi ने भी की थी बातचीत की वकालत 
बता दें कि कुछ समय पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कीव की यात्रा की थी. अपनी यात्रा के दौरान उन्होंने कहा था कि आज का युग युद्ध का नहीं है. युद्ध से समाधान नहीं निकल सकता है, संवाद के जरिए ही समाधान निकलेंगे. विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भी उसी लाइन को दोहराते हुए कहा कि मतभेदों का समाधान चर्चा और संवाद के जरिए ही होगा. उन्होंने क्वाड शिखर सम्मेलन को बड़ी सफलता बताते हुए कहा कि यह एक सफल प्रयोग है. वैश्विक साझेदारी और विश्वास कायम करने के लिए क्वाड जैसे प्रयोग होने चाहिए. 


यह भी पढ़ें: 'पप्पू नहीं हैं Rahul Gandhi' यूएस में किसने और क्यों कहा नेता विपक्ष के लिए ये जुमला  


ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगलफेसबुकxइंस्टाग्रामयूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement