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Chief Justice BR Gavai पर जूता फेंकने की घटना के बाद पहली बार उनकी मां की प्रतिक्रिया सामने आई है. उनका कहना है कि इस तरह की घटनाएं व्यक्तिगत नहीं बल्कि ये हमारे संविधान पर हमला हैं.
Chief Justice BR Gavai Attack: सुप्रीम कोर्ट में भारत के मुख्य न्यायधीश CJI बी आर गवई पर जूता उछालने की घटना ने पूरे देश का ध्यान केंद्रित कर दिया है. अब इस घटना पर गवई की मां की पहली प्रतिक्रिया भी सामने आई है. उन्होंने इस घटना को 'संविधान पर हमला' और देश में 'अराजकता फैलाने की कोशिश' बताया है. यह CJI की मां की इस हमले के बाद पहली सार्वजनिक प्रतिक्रिया है. इस घटना पर देश के अलग-अलग इलाकों में विरोध किया जा रहा है और इसे देश का अपमान बताया जा रहा है.
वकील राकेश किशोर क्यों फेंका जूता
यह घटना तब हुई जब सीजेआई गवई की अगुवाई वाली बेंच में केस की सुनवाई चल रही थी. तभी एक वकील ने एक जूता उछालने को कोशिश की. सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत उस वकील को कार्रवाई करते हुए कोर्ट रूम से बाहर निकाला. इस वकील की पहचान वकील राकेश किशोर के रूप में हुई है. जब उसे कोर्ट रूम से ले जाया जााया जा रहा था, तब किशोर चिल्लाया, 'सनातन का अपमान नहीं सहेंगे'. जाते-जाते वकील खजुराहों विष्णु मूर्ति का बहाली मामले में की गई टिप्पणियों की चर्चा कर रहा था.
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ऐसे काम अराजकता फैलाते हैं
बता दें कि मंगलवार को अमरावती के पत्रकारों से बात करते हुए कमलाताई ने कहा, 'ऐसे काम अराजकता फैलाते हैं. हर नागरिक को अपनी असहमति व्यक्त करने का अधिकार है, लेकिन किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है. हमें अपने लोकतांत्रिक संस्थानों की गरिमा की रक्षा करनी चाहिए.' उन्होंने आगे कहा कि यह केवल एक सामान्य हमला नहीं बल्कि एक जहरीली विचारधारा का हिस्सा है जिसे फैलने से पहले रोका जाना चाहिए. इस तरह की घटनाएं हमारे संविधान का अपमान करती है.
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