एजुकेशन
जया पाण्डेय | Oct 13, 2025, 05:50 PM IST
1.क्यों चर्चा में आए आईएएस सृष्टि देशमुख के पति?

आईएएस सृष्टि देशमुख के पति नागार्जुन बी गौड़ा 51 करोड़ रुपए के कथित भ्रष्टाचार को लेकर चर्चा में आ गए हैं. उनपर एक सड़क निर्माण कंपनी को करोड़ों का फायदा पहुंचाने का आरोप लगाया जा रहा है. आज हम आपको बताएंगे कि आईएएस नागार्जुन बी गौड़ा कौन हैं और उनका डॉक्टरी से लेकर यूपीएससी तक का सफर कैसा रहा है?
2.आर्थिक तंगी के बावजूद पढ़ाई से नहीं किया समझौता

कर्नाटक के एक छोटे से गांव की साधारण पृष्ठभूमि से आने वाले आईएएस नागार्जुन गौड़ा की यूपीएससी की सफलता की कहानी आज लाखों युवाओं को प्रेरित करती रही है. आर्थिक तंगी के बावजूद उन्होंने परिस्थितियों को अपनी नियति तय करने नहीं दिया. उन्होंने अपने गांव के एक निजी सामुदायिक विद्यालय में शिक्षा प्राप्त की और एक ऐसी दृढ़ता का परिचय दिया जो आगे चलकर उनकी उपलब्धियों की पहचान बनी.
3.MBBS की पढ़ाई के बाद अस्पताल में रेजिडेंट के रूप में किया काम

अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद नागार्जुन ने मेडिकल प्रवेश परीक्षा दी और उन्हें एमबीबीएस के कोर्स में एडमिशन मिल गया. डॉक्टर बनने की आकांक्षाओं के साथ उनका मेडिकल करियर शुरू हुआ. एक अस्पताल में रेजिडेंट के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने यूपीएससी आईएएस परीक्षा की तैयारी शुरू की. आईएएस परीक्षा की कठिन तैयारी के साथ अपनी डॉक्टर की जिम्मेदारियों का भी संतुलित रूप से निर्वहन किया.
4.इस स्ट्रैटजी से बिना कोचिंग क्रैक की यूपीएससी

उन्होंने पिछले साल के प्रश्नपत्रों, मॉक टेस्ट और चुनिंदा अध्ययन सामग्री पर ध्यान केंद्रित करने के महत्व को पहचाना. इस रणनीति ने उन्हें समय का सदुपयोग करते हुए जरूरी विषयों को कवर करने में मदद की. उनकी यह रणनीति रंग लाई और उन्होंने यूपीएससी सीएसई 2018 में 418वीं रैंक हासिल की और आईएएस अधिकारी बने.
5.LBSNAA में ट्रेनिंग के दौरान हुई जीवनसाथी से मुलाकात

मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी (LBSNAA) में ट्रेनिंग के दौरान उनकी मुलाक़ात सृष्टि जयंत देशमुख से हुई. दोस्ती से शुरू हुआ यह रिश्ता प्यार तक पहुंचा और दोनों ने साल 2022 में शादी रचा ली. सृष्टि यूपीएससी उम्मीदवारों का मार्गदर्शन करने वाली किताबों की लेखिका भी हैं.
6.क्या है विवाद का पूरा मामला?

IAS अधिकारी डॉ. नागार्जुन बी. गौड़ा पर आरोप है कि 51 करोड़ रुपए का जुर्माना लगे सड़क निर्माण कंपनी के जुर्माने को उन्होंने अपने कार्यकाल में घटाकर सिर्फ 4032 रुपए कर दिया. इससे राज्य सरकार को करोड़ों रुपये के राजस्व का नुकसान होने की बात कही जा रही है. हालांकि गौड़ा ने मीडिया में इन आरोपों को सिरे से खारिज किया और कहा कि कानूनी दस्तावेजों के आधार पर उन्होंने फैसला लिया है.
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