डीएनए स्पेशल
राजीव गांधी की 1991 में एक हादसे में मौत के बाद कुछ साल तक नरसिम्हा राव और सीताराम केसरी जैसे वरिष्ठ नेताओं के हाथ में पार्टी की कमान थी.
डीएनए हिंदीः उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के निशाराजनक प्रदर्शन को लेकर कांग्रेस (Congress) आलाकमान में मंथन जारी है. एक बार फिर कांग्रेस में अध्यक्ष पद को लेकर सवाल उठने लगे हैं. पार्टी बैठक में सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने अपने इस्तीफे की पेशकश की लेकिन उसे नामंजूर कर दिया गया. पिछले काफी समय से यह कुर्सी गांधी परिवार के पास ही रही है. पूर्व प्रधान मंत्री राजीव गांधी की 1991 में एक हादसे में मौत के बाद कुछ साल तक नरसिम्हा राव और सीताराम केसरी जैसे वरिष्ठ नेताओं के हाथ में पार्टी की कमान थी. अंतर्कलह के चलते कांग्रेसियों के कई बड़े नेताओं की मांग पर सोनिया गांधी ने पार्टी अध्यक्ष पदभार संभाला था. इसके बाद वह सबसे लंबे समय तक कांग्रेस की अध्यक्ष रहीं और 2017 में राहुल गांधी की ताजपोशी की गई लेकिन वह दो साल ही अध्यक्ष रहे और 2019 में पार्टी की करारी हार के बाद पद छोड़ दिया. इस पर सोनिया गांधी को एक बार फिर हॉट सीट पर लौटना पड़ा. पढ़ें आरती राय की विशेष रिपोर्ट
1998 में पहली बार बनीं अध्यक्ष
जब अंदरूनी कलह और अनिश्चितता के कारण देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस राजीव गांधी की हत्या के बाद बुरे दौर से गुज़र रही थी तब अचानक से कांग्रेस की सत्ता की कमान 14 मार्च 1998 को सोनिया गांधी ने संभाली. उस वक्त कांग्रेस सिर्फ चार राज्य मध्य प्रदेश, उड़ीसा, मिजोरम और नागालैंड में सिमटकर रह गई थी. पार्टी के पास लोकसभा में 141 सांसदों की ही संख्या थी.
यह भी पढ़ेंः UP: आधे से ज्यादा विधायक दागी तो 366 करोड़पति, ADR की रिपोर्ट में सामने आए कई चौंकाने वाले आंकड़े
गौरतलब है कि साल 1991 में अपने पति और भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के बाद सोनिया गांधी ने पार्टी में सक्रिय भूमिका के प्रस्ताव को ठुकरा दिया था. हालांकि कुछ सालों बाद उन्होंने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के आग्रह पर 1997 में पार्टी के कोलकाता के अधिवेशन में पार्टी की प्राथमिक सदस्यता हासिल की और कुछ महीने के बाद सर्वसम्मति से सोनिया गांधी कांग्रेस की अध्यक्ष चुन ली गईं.
विदेशी मूल का उठा मुद्दा
विदेश में पली-बढ़ी सोनिया गांधी भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी से शादी के बाद भारत आईं. हमेशा से ही सोनिया गांधी के विदेशी मूल का मुद्दा पार्टी और देश में उठता रहा है. सोनिया के अध्यक्ष बनने के बाद भी एक साल बाद 15 मई 1999 को लोकसभा चुनाव से ठीक पहले पार्टी के वरिष्ठ नेता शरद पवार, पीए संगमा और तारिक अनवर की तरफ से ये उठाया गया. जिसको लेकर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं द्वारा ये मुद्दा उठाने और उनके प्रधानमंत्री पद देने का विरोध करने के बाद सोनिया गांधी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया.
सोनिया ने लिखा भावुक पत्र
सोनिया ने कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) को लिखे पत्र मे कहा “हालांकि, मैं विदेशी धरती पर पैदा हुई हूं, मैंने भारत को अपने देश चुना है और आखिरी सांस तक भारतीय ही रहूंगी. भारत मेरी मातृभूमि है और यह मुझे अपने जीवन से ज्यादा प्यारी है.”
सोनिया के इस कदम के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया और भूख हड़ताल पर बैठ गए. इसके बाद शरद पवार, पीए संगमा और तारिक अनवर को 20 मई को पार्टी से निलंबित किया गया और सोनिया ने अपना इस्तीफा वापस ले लिया. कांग्रेस कार्यसमिति को 24 मई 1999 को उनके फैसले के बारे में बता दिया गया. उसके अगले ही दिन सोनिया को फिर से पार्टी अध्यक्ष के स्वागत में ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी का विशेष सत्र बुलाया गया.
यह भी पढ़ेंः UP Election Results 2022: पहले से ज्यादा 'बूढ़ी' हुई विधानसभा, जानें कौन है सबसे युवा और बुजुर्ग विधायक?
सोनिया को मुलायम के यू-टर्न ने दिया झटका
17 अप्रैल 1999 को महज एक वोट से केन्द्र की भाजपा की अगुवाई वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) सरकार के गिरने के बाद सोनिया गांधी ने 21 अप्रैल को राष्ट्रपति केआर नारायणन से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा ठोका. उन्होंने राष्ट्रपति भवन में नारायणन से मिलने के बाद कहा - “हमारे पास 272 का आंकड़ा है और कुछ और लोग हमारे साथ आ रहे हैं।” लेकिन, समाजवादी पार्टी के उस वक्त के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने यू-टर्न लेकर कांग्रेस का समर्थन न करने की घोषणा कर दी. यह सोनिया गांधी के लिए बड़ी झटका था. वह मुलायम सिंह यादव और लेफ्ट पार्टी के समर्थन से सरकार बनाना चाहती थीं लेकिन मुलायम सिंह और सोनिया गांधी के बीच प्रधानमंत्री पद के उमीदवार को लेकर बात नहीं बन पायी थी. मुलायम सिंह जहां एक तरफ कम्युनिस्ट पार्टी के वरिष्ठ नेता ज्योति बसु को PM बनाना चाहते थे वहीं सोनिया ने इसे सिरे से खारिज कर दिया था.
सोनिया के नेतृत्व में कांग्रेस की पहली चुनावी सफलता
साल 2004 में प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी सबसे लोकप्रिय नेता के तौर पर उभरे और भाजपा की अगुवाई वाला एनडीए एक बड़े दल के तौर पर सरकार बनाता दिख रहा था लेकिन, सोनिया और कांग्रेस के गठबंधन के दलों ने NDA के "फील गुड" और इंडिया शाइनिंग की हवा निकाल कर रख दी. यह सोनिया गांधी का बतौर पार्टी अध्यक्ष पहला प्रयास था जिसमें संयुक्त प्रगतिशील सरकार (UPA) के बैनर तले कई छोटी क्षेत्रीय पार्टियां एक साथ आईं. सोनिया के पहले एक्सपेरिमेंट ने ही कांग्रेस में नई जान फूंक दी और मनमोहन सिंह के नेतृत्व में केंद्र में सरकार बनाई. जिसने 2004 से लेकर 2014 तक देश की कमान को संभाला.
लगातार कमजोर हो रही कांग्रेस
लगातार दो बार 2014 और 2019 कांग्रेस और UPA के गठबंधन की भारी हार के बाद 2017 से 2019 तक बतौर ऑल इंडिया कांग्रेस के अध्यक्ष रहे सोनिया गांधी के पुत्र और कांग्रेस लीडर राहुल गांधी ने पार्टी के अध्यक्ष पद से अंतर्कलह के चलते इस्तीफा दिया. राहुल गांधी के इस्तीफे और कांग्रेस की हार के तुरंत बाद सोनिया गांधी ने अंतरिम अध्यक्ष के तौर पर एक बार फिर कांग्रेस की कमान संभाली.
यह भी पढ़ेंः Yogi कैबिनेट में कौन-कौन होगा शामिल? चर्चा में ये नाम सबसे आगे
सोनिया गांधी ने बनाया रिकॉर्ड
कांग्रेस भले ही इन दिनों राज्यों में उठापटक और नेतृत्व के संकट से जूझ रही है, लेकिन इस बीच अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी की मुखिया के तौर पर रिकॉर्ड बना दिया है. सोनिया गांधी अब तक करीब 22 साल कांग्रेस की अध्यक्ष रह चुकी हैं. यह गांधी-नेहरू परिवार के अन्य सभी सदस्यों के कार्यकाल को जोड़ लें तो उससे भी ज्यादा है. जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और राहुल गांधी मिलकर भी करीब 21 साल ही पार्टी अध्यक्ष रहे हैं. सोनिया गांधी कांग्रेस की सबसे ज्यादा लंबे समय तक अध्यक्ष रहने वाली पहली नेता बन गई हैं. हालांकि अगस्त 2019 के बाद से वह पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष के तौर पर कामकाज देख रही हैं.
नेहरू 8 साल और इंदिरा गांधी 7 साल तक रहीं पार्टी की अध्यक्ष
भारत की आजादी से पहले और उसके बाद भी कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे जवाहर लाल नेहरू पहली बार 1929 में कांग्रेस के अध्यक्ष बने थे. इसके बाद 1930 में भी वह प्रेसिडेंट रहे और फिर 1936-37 और 1951 से 1954 के दौरान भी पार्टी के अध्यक्ष रहे. इस तरह वह कुल 8 सालों तक पार्टी के अध्यक्ष थे. उनकी बेटी और पूर्व पीएम इंदिरा गांधी की बात करें तो उन्हें पहली बार 1959 में पार्टी की अध्यक्ष बनने का मौका मिला था. इसके बाद वह फिर 1978 से 1984 तक पार्टी प्रमुख थीं. इस तरह उनके अध्यक्ष कार्यकाल के कुल 7 वर्ष थे.
Saif Ali Khan अटैक मामले में अब तक क्या कुछ हुआ? इन 10 प्वॉइंट में समझें
ये हैं Prayagraj के मशहूर 5 बाजार, Mahakumbh Mela 2025 में यहां भी घूम लीजिए
Mulethi Benefits: दिल से दिमाग तक के लिए फायदेमंद है मुलेठी, सर्दियों में इस तरह बनाकर पिएं चाय
Bigg Boss 18: ग्रैंड फिनाले से पहले इंटरनेट पर छाए Rajat Dalal, जानें कितनी संपत्ति के हैं मालिक
Iran News: ईरान के सुप्रीम कोर्ट में घुसकर दो जजों की हत्या, इस्लामिक रिवॉल्यूशन से था कनेक्शन
Delhi Police ने दबोचा 'Butcher Of Delhi', डेढ़ साल पहले पैरोल लेकर फरार हुआ था सीरियल किलर
Rohit Sharma ने रणजी ट्रॉफी खेलने पर दिया बड़ा अपडेट, 10 साल बाद करेंगे वापसी
Uric Acid में खाएं ये सफेद सब्जी, पिघलकर बाहर निकल जाएंगे जोड़ों पर चिपके Purine के पत्थर
Delhi School: दिल्ली में सोमवार से स्कूलों में ही होगी पढ़ाई, हाइब्रिड मोड एक ही दिन में हुआ खत्म
Munakka Benefits: भिगोकर या सूखा, जानें सर्दियों में कैसे और कितनी मात्रा में खाना चाहिए मुनक्का
Saif Ali Khan के इलाज के लिए अब तक खर्च हो गए लाखों रुपये, वायरल हो रहे डॉक्यूमेंट
IPL 2025 से पहले Rishabh Pant ने ठुकराया कप्तानी का ऑफर, अपने फैसले से किया सभी को हैरान
Viral: फोटो खिचवाने स्टेज पर पहुंची साली ने जीजा को किया ऐसे किस, देखते ही चौंकी दुल्हन, देखें Video
Rinku Singh की SP सांसद प्रिया सरोज से लखनऊ में होगी सगाई, पिता ने किया कन्फर्म
Ankle To Heel Pain: इन बीमारियों का संकेत हो सकता है टखनों से एड़ी तक का दर्द, न करें नजरअंदाज
Vastu Tips: धन की प्राप्ति के लिए करें ये वास्तु उपाय, सुख समृद्धि के साथ तेजी से बढ़ेगी इनकम
Saif नहीं छोटे बेटे जेह पर होने वाला था हमला, करीना कपूर ने किया दिल दहला देने वाला खुलासा
Kidney Stone: बिना सर्जरी किडनी की पथरी शरीर से निकल जाएगी, दोपहर के खाने में खाएं ये हरी सब्जी
1 हफ्ते में 240 mg/dL से नार्मल लेवल पर आ जाएगा Cholesterol, बस डाइट में शामिल कर लें ये चीजें
Arjun Kapoor-Bhumi Pednekar दुर्घटना में बाल-बाल बचे, कर रहे थे इस फिल्म का गाना शूट
जब Saif Ali Khan पर हुआ हमला, तो Ibrahim या Taimur में से कौन लेकर पहुंचा हॉस्पिटल
Urine Leakage: हंसते, खांसते या छींकते समय अचानक निकल जाता है पेशाब? जानें कारण और समाधान?
Mahakumbh 2025: महाकुंभ में राहुल गांधी के स्नान पर बोले CM Yogi, 'बढ़िया है...सबको नहाना चाहिए'
MP News: क्लास में घुसकर टीचर के सिर पर मारी कुल्हाड़ी, पीड़ित गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती
एक गलती ने बर्बाद किया इस एक्ट्रेस का करियर, जानें कैसे हिट फिल्में देकर बॉलीवुड से हुईं बाहर
Cholesterol Remedy: हाई कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करेगा ये घरेलू नुस्खा, शरीर में चिपकी गंदगी होगी साफ
Mahakumbh 2025: कथावाचक जया किशोरी ने महाकुंभ पहुंचकर संगम में लगाई डुबकी, युवाओं से की ये अपील
Viral: फूट-फूट कर रोईं हर्षा रिछारिया, बताया महाकुंभ में क्या हुआ उनके साथ, देखें Video
Deva Trailer लॉन्च पर पूजा हेगड़े ने Animal पर साधा निशाना, Shahid ने Saif पर हुए हमले पर कही ये बात
Delhi-Jaipur Highway: दिल्ली-जयपुर नेशनल हाइवे पर सफर हुआ महंगा, आज से इतना चुकाना होगा टोल
बेटी Dua के जन्म के बाद पहली बार साथ दिखे Deepika-Ranveer, रॉयल लुक में आए नजर
Amla Benefits: सुपरफूड है आंवला, इस तरह खाएंगे तो दूर रहेगी Cholesterol से खराब पाचन तक की समस्या
80 करोड़ रुपये की लॉटरी जीती, फिर भी अगले दिन नाली साफ करता मिला सफाईकर्मी, ये है कारण
TV एक्टर Aman Jaiswal की सड़क हादसे में मौत, Dhartiputra Nandini शो में आ चुके हैं नजर
जिस ऑटो ड्राइवर ने Saif Ali Khan को पहुंचाया था लीलावती अस्पताल, उसकी ये बातें सुनकर चौंक जाएंगे
क्या होता है Brisk Walking? जानें सामान्य से कितना फायदेमंद है Walk करने का ये तरीका
Zomato ने कर दी ऐसी क्या गलती, जो CEO तक को मांगनी पड़ गई माफी
इधर Saif Ali Khan पर हुआ जानलेवा हमला, उधर ट्विटर पर आई मीम्स की बहार, फैंन ने लगाई फटकार
'ओल्ड नहीं होती लेडीज' IAF के चीफ ऑफ एयर स्टाफ ने कह दी ऐसी बात, हंसने लगे लोग, देखें Viral Video
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए भारतीय टीम तैयार, जानें कब और कितने बजे होगा स्क्वॉयड का ऐलान
UP News: दंपति ने मार डाले थे अपने ही परिवार के 6 लोग, अब पति-पत्नी को कोर्ट ने सुनाई फांसी की सजा
आज सकट चौथ पर क्या है चांद निकलने का सही समय? जानें अपने शहर का Moon Rise Time
Diabetes मरीजों के लिए फायदेमंद हैं ये 5 तरह की चाय, बिना दवा के कंट्रोल रहेगा ब्लड शुगर लेवल
Delhi Assembly Elections 2025: महिलाओं को रिझाने के लिए क्या कुछ कर रही हैं पार्टियां?
चैंपियंस ट्रॉफी से पहले पाकिस्तान की बढ़ी मुश्किलें, अपने घर में ही लगातार फेल हो रहे बाबर आजम
पेट की चर्बी को कम करने में मदद कर सकता है ये देसी नुस्खा, महीनेभर में अंदर धंस जाएगी लटकती तोंद
Saif Ali Khan मामले में पकड़ा गया शख्स नहीं है हमलावर, मुंबई पुलिस का बड़ा बयान आया सामने