डीएनए स्पेशल
पाकिस्तान ने एसपीजीसी की ओर से आपत्ति जताने के बाद जश्न-ए-बहारा कार्यक्रम रद्द कर दिया है. पढ़ें इस पर रवींद्र सिंह रॉबिन का खास लेख.
सिख धर्मस्थलों पर धार्मिक मान्यताओं के अनुसार आचरण का मुद्दा हमेशा से ही सिख समुदाय के बीच भारत और पाकिस्तान ही नहीं दुनिया भर में बेहद संवेदनशील रहा है. पाकिस्तानी सरकार की ओर से 23 मार्च से 27 मार्च तक आयोजित होने वाले जश्न ए बहारा कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया है. शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) की ओर से इसे लेकर कुछ आपत्तियां जताई गई थीं. साथ ही, इस पर भी जोर दिया गया है कि सिख समुदाय के जानकार लोग सरकारी एजेंसियों की ओर से होने वाले कार्यक्रम की निगरानी करें ताकि भविष्य में इस तरह की 'मर्यादा' उल्लंघन की घटनाएं न हों.
मर्यादा क्या है?
सभी धर्मों के कुछ नियम और कायदे होते हैं जो धर्म का पालन करने वाले अनुयायियों पर लागू होते हैं. सिख धर्म में भी (सिख रहत मर्यादा) के तहत कुछ नियम और पाबंदियां बताई गई हैं जिनका रोजमर्रा की जिंदगी में पालन करना जरूरी है. साल 1945 में एसपीजीसी ने सिख रहत मर्यादा के तहत अंतिम और मान्य नियम बनाए थे. हालांकि, बाद में कुछ छोटे-मोटे बदलाव भी किए गए हैं. अकाल तख्त के द्वारा अधिकृत किया गया रहत मर्यादा ही अंतिम और मान्य है. सिख रहत मर्यादा में सिखों के धर्म, गुरुद्वारा प्रबंधन और निजी जीवन से जुड़ी पाबंदियों और मान्यताओं की व्याख्या की गई है. इनमें सिख धर्म के त्योहार भी शामिल हैं.
'जश्न-ए-बहारा' क्या था?
पाकिस्तान ने सूफी मेले के आयोजन का प्रस्ताव 'बसंत' के मौके पर रखा था. यह सिखों के बसंत उत्सव से जुड़ा है जिसका आयोजन दुनिया भर के गुरुद्वारों में पूरी धार्मिक श्रद्धा के साथ होता है. जश्न-ए-बहारा कार्यक्रम भी करतारपु साहिब के आस-पास की जगहों पर होने वाला था जिसमें पाकिस्तान डे सेलिब्रेशन, सूफी संगीत से सजी शाम, कव्वाली नाइट, कल्चरल डे और सूफी सिंगर आरिफ लोहार और अन्य गायकों के कार्यक्रम होने वाले थे.
करतारपुर कॉरिडोर क्या है?
भारत और पाकिस्तान ने 9 नवंबर, 2019 को करतारपुर कॉरिडोर खोला था. इस कॉरिडोर को खोलने के पीछे उद्देश्य था कि पाकिस्तान में गुरुद्वारा श्री दरबार साहिब, करतारपुर साहिब के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं को भारत के गुरदासपुर में डेरा बाबा नानक और पकिस्तान के नरावल जिले में एक ही चेकपोस्ट से गुजरना पड़े. इससे भारत से जाने वाले तीर्थयात्री एक ही दिन में वापस लौट सकते हैं. सिख धर्म के संस्थापक बाबा गुरु नानक ने अपने जीवन के अंतिम लगभग 17 वर्ष पाकिस्तान के नरोवाल जिले के करतारपुर में बिताए थे और उनकी याद में एक गुरुद्वारा बनाया गया था. सिखों के बीच इस गुरुद्वारे की काफी मान्यता है और पाकिस्तान ने इस पर काफी पैसे खर्च किए हैं.
आने वाले लोगों और तीर्थयात्रियों की संख्या बढ़ाने के लिए गुरुद्वारा करतारपुर साहिब के परिसर में गुरुपुरब सहित विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन पाकिस्तान की ओर से कराए जा रहे हैं. इससे पहले, गुरुद्वारा करतारपुर साहिब के प्रबंधन ने लोगों के बीच संवाद को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बाइक और मोटरसाइकिल रैलियों का आयोजन किया था. साथ ही, दोनों देशों के श्रद्धालुओं और पर्यटकों को लुभाने के लिए इंडस पीस पार्क की स्थापना का प्रस्ताव भी दिया है. इसके अलावा, सिखों के पहले गुरु गुरुनानक देवजी की जिन जगहों पर खेती करने और फसल उगाने की मान्यताएं हैं, वहां पौधारोपण और फसल उगाने जैसे पहल भी किए गए हैं. कुछ आलोचक इसे पाकिस्तान सरकार द्वारा अपनी आय बढ़ाने के लिए करतारपुर कॉरिडोर के व्यावसायीकरण के प्रयासों के रूप में देखते हैं. फिलहाल तीर्थस्थल पर रोज 200 से 300 श्रद्धालु ही आ रहे हैं जबकि इसकी क्षमता 5000 यात्रियों तक की है.
SGPC को क्या आपत्ति थी?
'मर्यादा' या धार्मिक आचार संहिता दुनिया भर में स्थित सिख तीर्थस्थलों पर संचालन की निगरानी करती है. यह धार्मिक सिद्धांतों का एक समूह है जो पुजारियों, भक्तों और आने वालों के ड्रेस कोड, पूजा के क्रम, मंदिरों के परिसर के भीतर भक्तों द्वारा पालन किए जाने वाले अनुशासन, 'लंगर' तैयार करने के तरीके के नियम तय करता है. इसके अलावा भी बहुत कुछ है जो रोजमर्रा के आधार पर सिख धर्मस्थलों के भीतर होता है. एसजीपीसी ने अपनी आपत्ति जताते हुए पीएमयू के सीईओ मुहम्मद लतीफ को पत्र लिखकर कहा कि पाकिस्तान सरकार द्वारा 23 से 27 मार्च तक आयोजित किया जा रहा जश्न-ए-बहारन उत्सव सिख धार्मिक भावनाओं को आहत कर सकता है. यह आयोजन सिख रहत मर्यादा का उल्लंघन करता है. एसजीपीसी ने कार्यक्रम को रद्द करने और यह सुनिश्चित करने का अनुरोध किया कि श्री करतारपुर सहगिब कॉरिडोर में ऐसा कोई सांस्कृतिक उत्सव आयोजित नहीं किया जाए जो सिख सिद्धांतों के खिलाफ हो.
क्या थी पाकिस्तान की प्रतिक्रिया?
मोहम्मद लतीफ, सीईओ, पीएमयू, करतारपुर कॉरिडोर, ने एसजीपीसी को अपने जवाब में कहा, पीएमयू गुरुद्वारा श्री दरबार साहिब करतारपुर कॉरिडोर के निर्माण और अस्तित्व का मुख्य उद्देश्य हर कीमत पर सिख रहत मर्यादा को बनाए रखना है. हम सम्मानित एसजीपीसी द्वारा उठाई गई टिप्पणियों/चिंताओं का सम्मान करते हैं और दुनिया भर के सिख समुदाय को आश्वस्त करते हैं कि गुरुद्वारा श्री दरबार साहिब करतारपुर में कभी भी गुरुमत के खिलाफ कुछ भी आयोजित नहीं किया जाएगा. हम 23 से 27 मार्च तक होने वाले जश्न ए बहारन को तत्काल रद्द कर रहे हैं. हम केवल गुरुद्वारा चरहटा साहिब श्री अमृतसर में मनाए जाने वाले धार्मिक बसंत पंचमी के एक दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन करेंगे. पीएमयू गुरुद्वारा श्री दरबार साहिब करतारपुर कॉरिडोर सिख समुदाय को हमारे उद्देश्य की ईमानदारी और दुनिया भर से यात्रियों के लिए सुविधाओं को बनाए रखने और सुधारने के लिए हर मुमकिन प्रयासों का आश्वासन देता है.
ऐसे विवादों से बचने के लिए क्या होना चाहिए था?
पाकिस्तान में करीब 200 ऐतिहासिक सिख धर्मस्थल हैं. विभाजन के बाद सिखों की बड़ी आबादी भारत चली आई और ऐतिहासिक विरासत पीछे छूट गए थे. इन ऐतिहासिक विरासतों को संरक्षित करने के लिए भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाला नेहरू पाकिस्तान के उनके समकक्ष लियाकत अली खान ने समझौते के कागजात पर दस्तखत किए थे.
हर साल पाकिस्तान 5000 भारतीयों को सिख और हिंदू तीर्थ स्थानों के दर्शन के लिए वीजा जारी करता है. हालांकि, पाकिस्तान की ओर से कुछ ही सिख तीर्थ स्थलों के दर्शन के लिए वीजा दिया जाता है. इसकी वजह है कि ज्यादातर सिख तीर्थस्थल पाकिस्तान में किन्हीं वजहों से खुले नहीं रखे गए हैं. पाकिस्तान में सिख आबादी भी बहुत कम है. पाकिस्तान में रह रहे सिखों की आबादी कम होने की वजह से उन्हें इनके निगरानी और नियंत्रण की भी जानकारी नहीं रहती है. इन धार्मिक स्थलों के रख-रखाव का काम भी सरकार के जिम्मे ही है.
SGPC को 1998 तक पाकिस्तान में सिख धर्मस्थलों का प्रबंधन करने की अनुमति थी. अब पाकिस्तान में सिख गुरुद्वारों की देखरेख पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (PSGPC) करता है. यह संस्था1999 में अस्तित्व में आई थी. मौजूदा गुरुद्वारों को नया रूप दिया गया और इसके तुरंत बाद कई और गुरुद्वारे खोले भी गए हैं. हाल की रिपोर्टों के अनुसार, कई सिख गुरुद्वारों की संपत्तियों पर या तो अतिक्रमण कर लिया गया था या वे जीर्ण-शीर्ण स्थिति में थे. पिछले साल, एक पाकिस्तानी मॉडल की वजह से बड़ा विवाद हुआ था. मॉडल ने गुरुद्वारा करतारपुर साहिब के परिसर के भीतर एक भारतीय सूट पहने हुए एक इंस्टाग्राम शूट किया था जिसमें उसका सिर खुला था.
यहां इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि जहां तक उत्सव या सेस्कृति की बात है, अमृतसर में गुरुद्वारा छेहराता साहिब में भी 'बसंत पंचमी' को एक वार्षिक उत्सव के रूप में मनाया जाता है. यह उत्सव आध्यात्मिक और सांसारिक आनंद के बीच संतुलन के प्रतीक बसंत ऋतु के उल्लास में मनाया जाता है. होला मोहल्ला एक और त्योहार है जो आनंदपुर साहिब में संस्कृति और आध्यात्मिकता का एक हिस्सा है.
इसमें कोई शक नहीं है कि एसजीपीसी एक परिपक्व और कुशल संचालन में दक्ष संस्था है. सिख रहत मर्यादा से जुड़े नियमों और मामलों के संचालन का इसके पास अनुभव है और यह दुनिया भर के सिख संगठनों का मार्गदर्शन भी करती है. अब पाकिस्तान के पास अपनी संस्था है और जिनका कहना है कि वह अकाल तख्त के निर्देशों के तहत काम कर रहे हैं. उन्हें भी यह स्वीकार करना होगा कि उन्हें एसजीपीसी जैसी अनुभवी संस्था से अभी बहुत कुछ सीखना है. खास तौर पर सिख रहत मर्यादा के संबंध में.
SGPC को भी इस मामले में यह अहसास होना चाहिए कि उन्हें भी किन मुद्दों पर हस्तक्षेप करने की जरूरत है. धार्मिक विश्वास से संबंधित मामलों में पाकिस्तान के सिखों का मार्गदर्शन करने के लिए उन्हें एक बड़े भाई की भूमिका निभानी होगी. इनकी सलाह से PSGPC सिख धर्म के वचनों और आचारों के पालन को सुनिश्चित करने की दिशा में लंबा रास्ता तय कर सकेंगे.
(रवींद्र सिंह रॉबिन वरिष्ठ पत्रकार हैं और 20 साल से इस पेशे में हैं. सामाजिक-राजनीतिक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय रखते हैं. पत्रकारिता से इतर यात्राएं करना खूब पसंद करते हैं.)
परवीन बॉबी शादीशुदा थीं! पाकिस्तानी था उनका पति, एक्स लवर का चौंकाने वाला खुलासा
Meerut News: पति ने किया दाढ़ी कटवाने से इनकार, तो क्लीन शेव देवर के साथ फुर्र हो गई भाभी
TS SSC Results 2025: तेलंगाना बोर्ड ने जारी किए 10वीं के नतीजे, bse.telangana.gov.in पर ऐसे करें चेक
पानी की किल्लत और युद्ध की तपिश के बीच गर्मी से बेहाल पाकिस्तान, 50 डिग्री के करीब पहुंचा पारा
अचानक हथेली में हो रही खुजली भरेगी आपकी जेब या होगा झगड़ा, जानें क्या मिलता है संकेत
Deven Bharti: देवेन भारती बने मुंबई के नए पुलिस कमिश्नर, 29 साल की सेवा के बाद मिली बड़ी जिम्मेदारी
PM Modi Meeting: एक्शन मोड में PM Modi ने 2 घंटे में की 3 अहम बैठक, पाकिस्तान की अब खैर नहीं
मुकेश अंबानी से शादी के बाद टीचर की नौकरी करती थीं नीता अंबानी, जानिए कितनी थी उनकी सैलरी
दिहाड़ी मजदूर था ये एक्टर, कर चुका है कारपेंटर का काम, लेकिन आज है हाईएस्ट पेड स्टार
Alia Bhatt के इन डिजाइनर ब्लाउज से सिंपल साड़ी या लहंगे को दें लाखों का लुक
VIT Result 2025: VITEEE रिजल्ट जारी होने की तारीख का ऐलान, जानें लेटेस्ट अपडेट
Housefull 5 Teaser: Akshay, Abhishek और Riteish मिलकर मचाएंगे धमाल, लेकिन एक किलर करेगा हाल बेहाल
नसों में जमा बैड कोलेस्ट्रॉल तुरंत होगा छूमंतर, बस दही के साथ मिलाकर खाएं ये एक खास चीज
Neha Kakkar के मेलबर्न कॉन्सर्ट का सच आया सामने, कम भीड़ देख सिंगर ने परफॉर्म करने से किया था इनकार?
Kolkata Hotel Fire: कोलकाता के होटल में लगी भीषण आग, 14 लोगों की मौत, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
IPL 2025: लाइव टीवी पर रिंकू सिंह को थप्पड़ मारते नजर आए कुलदीप यादव, Viral Video देख भड़के लोग
दोपहर के खाने में भूलकर भी न करें ये गलतियां, नहीं तो सेहत को पड़ जाएंगे लेने के देने
खरबूजा खाने से पहले हो जाएं सावधान! इन लोगों को हो सकता है भारी नुकसान
ATM से कैश निकालते समय अब होगा बदलाव! 100 और 200 रुपये के नोटों को लेकर RBI का बड़ा फैसला
Cholesterol Risk: ये 6 फूड्स नसों में भर देंगे गंदा कोलेस्ट्रॉल, वसा की परत पर परत चढ़ती जाएगी
Weather Forecast: दिल्ली-NCR से लेकर यूपी-बिहार तक बदलेगा मौसम का मिजाज, IMD ने जारी किया अलर्ट
Property News: टॉप शहरों में घट रही घर-दुकानों की बिक्री, क्या संकेत है एनसीआर मार्केट के लिए?
Success Story: 'मोदी ब्रांड' ने इस युवक को बनाया करोड़पति, सैकड़ों लोगों को दिया रोजगार
Milk Price Hike: अब Mother Dairy ने बढ़ाए दूध के दाम, 30 अप्रैल से देने होंगे इतने दाम
Bridge Collapsed: सहारनपुर रेलवे स्टेशन पर बड़ा हादसा, ट्रैक पर गिरा 100 साल पुराना फुटओवर ब्रिज
कौन हैं Pratika Rawal जिन्होंने केवल 8 वनडे पारियों में तोड़ दिया 500 रन का रिकॉर्ड?
गुरुग्राम की नई-नवेली मेयर ने तो गजब ही कर दिया, पति को ही बना लिया अपना सलाहकार, कांग्रेस हुई 'लाल'
CSK vs PBKS Weather Report: चेपॉक में बारिश करेगी फैंस का मजा किरकिरा? जानें कैसा है मौसम का हाल
'एक ही दिल है, कितनी बार जीतोगे...' शाहरुख खान को देख महिला फैन नहीं रोक पाईं आंसू, SRK ने लगाया गले
UP News: यूपी में एक और सास दामाद लव स्टोरी, फोन पर होती थी घंटों बात और दोनों एक साथ हो गए फुर्र
शरीर में कोलेजन बढ़ाते हैं ये 5 Summer Drinks, मिलेगी नेचुरल ग्लोइंग स्किन
6 महीने बाद जेल से रिहा हुईं एजाज खान की वाइफ, ड्रग्स मामले में हुईं थी गिरफ्तार
India-Pakistan Tension: भारत को आंखे दिखा रहा Pakistan ने अब IMF से मांगी भीख, 11,000 करोड़ मांगे
पैसों के लिए अपने भाई के साथ किया रोमांस, लोगों ने मचाया बवाल, देश छोड़कर भाग थी गई ये एक्ट्रेस
MP Board Result 2025: कब जारी होगा mpbse.nic.in पर मध्य प्रदेश बोर्ड का रिजल्ट? जानें लेटेस्ट अपडेट
White Hair Remedies: सिर या दाढ़ी के बाल हो गए हैं सफेद? इन घरेलू उपायों से पाएं घने और काले बाल
इस स्कूल में एकसाथ पढ़ती थीं अनुष्का शर्मा और साक्षी धोनी, तस्वीरें देख याद आ जाएगा बचपन
Fawad Khan की Abir Gulaal को भारत के बाद पाकिस्तान में भी मिला रेड सिग्नल, अब कैसे हटेगा ये ग्रहण?
Joint Pain Superfoods: जोड़ों के दर्द ने कर दिया है हाल बेहाल, इन सुपरफूड्स से मिलेगा तुरंत आराम
Dilip Kumar से लेकर अमरीश पुरी तक, पाकिस्तान में जन्म हैं ये 8 फिल्मी दिग्गज, रखते हैं गहरा ताल्लुक
Pahalgam Attack: कौन हैं गुजरात के ऋषि भट्ट? जिनका जिपलाइन Video हो रहा है वायरल, नीचे गोली-ऊपर...
Vastu Tips: घर की इस दिशा में भूलकर भी न रखें ये 5 चीजें, कंगाल होने में नहीं लगेगी देर
नेत्रहीन बेटे की आंखें बनकर मां ने क्रैक करा दी UPSC, इस IAS की कहानी जानकर भर आएगा दिल