Jamia Millia Islamia University से पीएचडी करने के लिए 10 अक्टूबर से भरें फॉर्म, जानें सारे डिटेल्स
RBI का बड़ा तोहफा, लोन लेने वालों को अब नहीं देना होगा Pre-Closure Charge
Elvish Yadav की लग गई लॉटरी, बने MTV Roadies XX के गैंग लीडर, इस दिन से 'फाड़ेगे सिस्टम'
Kedarnath Yatra 2024: इस दिन बंद हो जाएंगे केदारनाथ मंदिर के कपाट, तारीख का किया गया ऐलान
PAK vs ENG: पाकिस्तान के खिलाफ Joe Root का ऐतिहासिक शतक, इस मामले में गावस्कर-लारा को पछाड़ा
पैरों के तलवों में हो रही है भयंकर जलन, फॉलो करें ये टिप्स, तुरंत मिलेगा आराम
भारत की ये खास ट्रेन मुफ्त में कराती है यात्रियों को भोजन, खाते-पीते उठाएं सफर का मजा
भारत के परमाणु परीक्षण में प्याज की गुप्त भूमिका, जानकर चौंक जाएंगे आप!
Bihar News: मुजफ्फरपुर के मेला में बच्चों के बीच चाकूबाजी, एक की मौत, पुलिस की जांच जारी
चेहरे पर चांद जैसा निखार लाएगा सफेद चंदन, जानें इस्तेमाल करने का सही तरीका
Digital Arrest: डिजिटल युग में साइबर अपराध का बढ़ता खतरा, जानें इससे बचने के उपाय
'जीभ आएगी वापस..' भक्त ने देवी मां के चरणों में चढ़ाई जीभ, लोगों ने कही ये बात
Neck Pain: गर्दन दर्द ने कर रखा है परेशान तो तुरंत फॉलो करें ये 5 टिप्स, झटपट मिलेगा आराम
बर्फ की गोद में होने के बाद भी, क्यों गर्म रहता है बद्रीनाथ के तप्तकुंड का पानी?
Haryana Election Result 2024:'गठबंधन होता तो बदलते नतीजे', हरियाणा में कांग्रेस की हार पर AAP का तंज
'हरियाणा की जीत हमारी, अब झारखंड और महाराष्ट्र की बारी', जानें क्या है बीजेपी की आगे की रणनीति
सेहत के लिए वरदान हैं किचन के ये मसाले, डाइट में करें शामिल, बीमारियां रहेंगी कोसो दूर
लगातार बना रहता है तनाव तो कमजोर हो सकती है याददाश्त, ऐसे करें Memory Power Boost
UP-Gujarat के बाद अब MP में भी ट्रेन डिरेल करने की साजिश, ग्वालियर में पटरी पर रखा मिला लोहे का रॉड
Cough Remedies: सामान्य खांसी बन न जाए गंभीर समस्या? जानें कारण, लक्षण और कारगर घरेलू उपाय
बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप हुईं Vedaa और Khel Khel Mein, अब OTT पर करेंगी धमाल? कब और कहां देख सकेंगे
CBSE Date Sheet 2025: CBSE की 10वीं-12वीं परीक्षाओं की डेट शीट कब होगी जारी? जानें डिटेल्स
RBI: रेपो रेट पर RBI का बड़ा फैसला, नहीं मिलेगी EMI में राहत, महंगी बनी रहेंगी कर्ज की किश्तें
बादाम ही नहीं इसके छिलके भी है सेहत के लिए फायदेमंद, जानें कैसे करें सेवन
Car Sunroof खोलकर कार चलाना सही है या गलत? जानें पूरी बात
MP News: टीकमगढ़ के एक दुर्गा पंडाल के पास मिला मांस, घटना से इलाके में मचा बवाल, जानें पूरा मामला
US: Times Square पर पहली बार दिखी नवरात्रि की धूम, Video हुआ Viral
महिला टीचर ने की अश्लीलता की हदें पार, 11 साल के बच्चे को भेजे गंदे मैसेज और वीडियो
Maharashtra College Viral Video: टीचर का रैंप वॉक हुआ Viral, देंखें Video
J&K: जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में चुनाव के बाद बढ़ी हलचल, आतंकियों ने किया 2 जवानों का अपहरण
Yeti Narasimhanand: पैगंबर मोहम्मद पर विवादित बयान से मचा बवाल, जानें कौन हैं यति नरसिंहानंद
Shukra Nakshatra Gochar 2024: अब शुक्र करेंगे शनि नक्षत्र में प्रवेश, इन राशियों की चमक जाएगी किस्मत
हरियाणा में जीत के बाद BJP ने राहुल गांधी के लिए भिजवाई जलेबी, जानें क्या है पूरा मामला
Israel: इजरायल की बड़ी चूक, नक्शे की गलती पर मचा हंगामा, राजदूत ने दी सफाई
J-K Election Result: नोटा से भी पिछड़ा अफजल गुरु का भाई, मिले सिर्फ इतने वोट
Haryana Election Result: हरियाणा में बीजेपी ने कैसे पलटी बाजी? 5 पॉइंट्स में समझिए पूरी कहानी
Fatty Liver: कैंसर का कारण बन सकती है फैटी लिवर की समस्या, बचने के लिए अपनाएं ये सरल उपाय
Brisk Walk से कम होगा Bad Cholesterol, डेली इतनी देर चलने से हेल्दी रहेगा हार्ट
Jalaun News: दावत खाने गए 70 से ज्यादा लोगों को फूड पॉइजनिंग, एक मासूम की मौत, मातम में बदला उत्सव
भारत का वो मंदिर जहां पुरुषों को बनना पड़ता है औरत, समझें क्यों?
इसे कहते हैं अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारना, हिस्ट्रीशीटर ने फोटो खिंचाकर झाड़ा रौब, पुलिस ने धर दबोचा
चीफ गेस्ट बनकर पहुंची Shilpa Shetty, इस कारण दर्ज हुआ मुकदमा, जानकर हैरान रह जाएंगे
Haryana Election Result: हरियाणा के इस इलाके में मुसलमानों ने चला ऐसा दांव, खड़ी नहीं हो पाई बीजेपी
Delhi में सनसनीखेज वारदात, फंदे से लटकी मिली 8वीं कक्षा में पढ़ने वाली छात्रा की लाश
Haryana Election Results 2024 : तीसरी बार खिला कमल, इन 5 कारणों से भाजपा ने लहराया जीत का परचम
Dadasaheb Phalke Award to Mithun Chakraborty: फैसला सही हुआ है, सिनेमा को दूर तक ले गए हैं मिथुन
मंडप में दुल्हन कर रही थी इंतजार, दूल्हा Laptop पर... सोशल मीडिया पर वायरल हुई तस्वीर
UGC NET 2024: इन वेबसाइट से डाउनलोड कर पाएंगे यूजीसी नेट का स्कोरकार्ड
Nobel Prize In Physics: इस खोज के लिए मिला Geoffrey Hinton और John Hopfield को फिजिक्स का नोबेल
IND vs BAN: दूसरे टी20 से पहले बांग्लादेश को बड़ा झटका, शाकिब के बाद इस दिग्गज ने लिया संन्यास
मां से लेकर बहनों तक, जानें किस-किस प्रोफेशन में है Urfi Javed की फैमिली?
Haryana Election 2024 : हरियाणा चुनाव से मिली 'सबसे बड़ी सीख', आप संयोजक केजरीवाल के बोल
Breast Cancer: क्या ब्रा पहनने से स्तन कैंसर हो सकता है? यह दावा कितना सच है?
Abs Exercises: चर्बी को घटाकर एब्स बनाने में मदद करेंगे ये 5 वर्कआउट, टाइट होंगी पेट की मसल्स
इस इंडियन सिंगर की दीवानी हुईं पाकिस्तानी एक्ट्रेस Hania Aamir, फोटो शेयर कर कही ये बात
Haryana Chunav के नतीजों के बीच छाई 'गोहाना की जलेबी', लोग बोले- स्वाद चखा दे...
Haryana Election Result 2024: जिन सीटों पर CM Yogi ने की रैली, जानें वहां कैसा रहा हाल
Laundry Hacks: कॉलर के जिद्दी दागों को साफ करने में मदद करेंगे ये तरीके, आजमाकर देखें
डीएनए एक्सप्लेनर
India Bangladesh Extradition Treaty: भारत-बांग्लादेश के बीच प्रत्यर्पण संधि है. इसी संधि के आधार पर वहां की अंतरिम सरकार ने भारत से शेख हसीना को वापस मांगा है. अंतरिम बांग्लादेश सरकार का दावा है कि इसकी कार्रवाई शुरू हो गई है.
India Bangladesh Extradition Treaty: बांग्लादेश में पिछले महीने छात्र आंदोलन की आड़ में प्रधानमंत्री शेख हसीना का तख्तापलट करने के बाद कट्टरपंथी हावी हो चुके हैं. कट्टरपंथियों ने इसके बाद राजनीतिक बदले का दौर शुरू कर रखा है, जिसमें शेख हसीना का पार्टी अवामी लीग के तमाम कार्यकर्ताओं की हत्याएं हो चुकी हैं और बहुत सारे नेता जेल में ठूंस दिए गए हैं. 5 अगस्त को तख्तापलट के बाद शेख हसीना को भारत भागने का मौका दिया गया था. तब शेख हसीना और विरोधी नेताओं के बीच एक डील होने की खबरें सामने आई थीं, जिनमें बांग्लादेश नहीं लौटने के बदले शेख हसीना का जान बख्शने का सौदा किया गया था. अब बांग्लादेश में मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार कामकाज कर रही है, जो अलग ही बात कह रही है. अंतरिम सरकार ने कहा है कि शेख हसीना को बांग्लादेश वापस लाया जाएगा. उनके खिलाफ अपराधों के लिए मुकदमे चलाए जाएंगे. इसके लिए भारत के साथ प्रत्यर्पण संधि के तहत शेख हसीना को वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू करने का भी दावा किया गया है. हालांकि भारत सरकार ने इन दावों पर कुछ नहीं कहा है. साथ ही शेख हसीना के भविष्य को लेकर भी भारत सरकार ने चुप्पी साधी हुई है.
क्या कर रही है अंतरिम सरकार
बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के गठन के फौरन बाद शेख हसीना के खिलाफ मुकदमे दर्ज करने का दौर शुरू हुआ है. उन्हें कई हत्याओं के मामलों में नामजद किया जा चुका है. इनमें छोटे-छोटे दुकानदारों और यहां तक कि ठेला चलाने वालों की हत्या भी शामिल हैं, जिसके बारे में सुनकर ही स्पष्ट अहसास हो जाएगा कि ये राजनीतिक मुकदमा है. ये मुकदमे बांग्लादेश में 15 जुलाई से 5 अगस्त तक चले हिंसक प्रदर्शनों को आधार बनाकर शेख हसीना पर दर्ज किए जा रहे हैं. अब मोहम्मद यूनुस की सरकार शेख हसीना को भारत से लाकर कथित अपराधों की सजा देने का दावा कर रही है. बांग्लादेश के International Crimes Tribunal ने बयान जारी कर कहा है कि भारत से शेख हसीना को वापस लाने के लिए जरूरी कार्रवाई को शुरू कर दिया गया है.
2013 में हुई थी भारत-बांग्लादेश के बीच की प्रत्यर्पण संधि
भारत और बांग्लादेश के बीच साल 2013 में एक प्रत्यर्पण संधि हुई थी, जिसका मकसद एक देश में अपराध करने के बाद दूसरे देश में जाकर छिप जाने वाले गैंगस्टरों और माफियाओं पर शिकंजा कसना था. अब इसी प्रत्यर्पण संधि के जरिये यूनुस सरकार ने शेख हसीना को भारत से बांग्लादेश लाने की तैयारी की है. हालांकि प्रत्यर्पण संधि के प्रावधान इस राह का रोड़ा बन सकते हैं.
क्या कहता है प्रत्यर्पण संधि का आर्टिकल-2
प्रत्यर्पण संधि का आर्टिकल-2 कहता है अगर किसी व्यक्ति ने ऐसा अपराध किया है, जिसकी सजा एक साल से ज्यादा हो सकती है तो उस व्यक्ति का प्रत्यर्पण किया जा सकता है. इसी वजह से बांग्लादेश में शेख हसीना के ऊपर हत्या के इल्जाम लगाए गए हैं, क्योंकि बांग्लादेश के कानून में मर्डर पर सजा-ए-मौत का प्रावधान है. लेकिन इसी संधि में एक पेच है, जिसकी वजह से अगर भारत चाहे तो वो शेख हसीना को वापस भेजने के लिए बाध्य नहीं है. यह पेच संधि के आर्टिकल-6 और 8 के कारण आया है.
क्या कहते हैं प्रत्यर्पण संधि के आर्टिकल-6 और 8
यानी प्रत्यर्पण संधि होने के बाद भी अगर भारत को लगता है कि शेख हसीना के प्रत्यर्पण की मांग राजनीति से प्रेरित है या फिर बांग्लादेश जाने पर शेख हसीना के साथ अन्याय हो सकता है, तो भारत प्रत्यर्पण के लिए बाध्य नहीं है
प्रत्यर्पण नहीं हुआ तो क्या भारत में रहेंगी शेख हसीना?
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार की अपील पर शेख हसीना का प्रत्यर्पण किया जाएगा या नहीं. ये पूरी तरह भारत के हाथ में है, लेकिन ऐसा नहीं होने पर भी शेख हसीना ज्यादा दिन तक भारत में नहीं रह पाएंगी. दरअसल बांग्लादेश के लिए भारतीय वीजा पॉलिसी में प्रावधान है कि डिप्लोमेटिक पासपोर्ट वाले व्यक्ति को भारत में वीजा फ्री एंट्री मिलती है और वो व्यक्ति 45 दिन तक भारत में रह सकता है. शेख हसीना 5 अगस्त को भारत आई थीं यानी अब तक उन्हें 36 दिन हो चुके हैं. 45 दिन की तय टाइम लिमिट के लिहाज से अगले 9 दिनों के अंदर ही शेख हसीना को कुछ करना होगा ताकि वो भारत में रह सकें.
क्या भारत दे सकता है शेख हसीना को शरण?
संयुक्त राष्ट्र की शरणार्थी संधि पर भारत ने हस्ताक्षर नहीं किए हैं. इसी वजह से भारत में शरणार्थी और राजनीतिक शरण की तय परिभाषा नहीं है. अगर शेख हसीना भारत में शरण के लिए आवेदन करती हैं तो भारत सरकार उन्हें शरण दे सकती है. लेकिन इससे पड़ोस में मुहम्मद यूनुस की सरकार नाराज हो जाएगी, जो फिलहाल बांग्लादेश में सत्ता पर काबिज है. यह स्थिति भारत के लिए दो कारण से थोड़ी नुकसानदायक साबित हो सकती है. पहला कारण वहां रहने वाले 1.31 करोड़ हिंदू हैं, जिन्हें कट्टरपंथी तत्व नुकसान पहुंचा सकते हैं. दूसरा कारण, बांग्लादेश का झुकाव चीन-पाकिस्तान की तरफ और ज्यादा बढ़ने का डर भी है.
ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.