असिस्टेंट से Tata Group के अध्यक्ष तक...कैसा रहा रतन टाटा का करियर, 5 पॉइंट में पढ़ें पूरी कहानी
Ratan Tata Passes Away: भारत के 'रतन' ने ली आखिरी सांस, 86 साल की उम्र में Ratan Tata का निधन
IND vs BAN Highlights: रिंकू-रेड्डी से हार गया बांग्लादेश, टीम इंडिया ने किया सीरीज पर कब्जा
Hamas को रक्षक बताने लगा पाकिस्तानी इमाम, इटली की पीएम मेलोनी बोली- मेरे देश से गेट आउट
Ratan Tata का निधन, अब उनके बाद कौन संभालेगा Tata Group की 100 कंपनियां
हजारों फीट की ऊंचाई पर उड़ रहा था विमान, अचानक पायलट की हो गई मौत, फिर ऐसे बची यात्रियों की जान
Thyroid बढ़ गया है तो फॉलो करें ये खास डाइट प्लान, तुरंत हो जाएगा कंट्रोल
सिंगापुर का जहाज भारत में हुआ जब्त और तेल साम्राज्य का विनाशकारी पतन के पीछे है क्या कहानी
एग्रीफील्ड्स पर 700 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी और जालसाजी का आरोप, चल रही आपराधिक जांच
PWD ने दिल्ली CM आवास पर जड़ा ताला, AAP का दावा- LG ने आतिशी का सामान बाहर फिकवाया
ITBP में 10वीं पास के लिए नौकरी का मौका, जानें सैलरी और योग्यता से जुड़ी सारी जानकारी
Jamia Millia Islamia University से पीएचडी करने के लिए 10 अक्टूबर से भरें फॉर्म, जानें सारे डिटेल्स
रिटायरमेंट से पहले CJI चंद्रचूड़ ने खोला दिल का राज, जानें उन्हें सताई किस बात की सबसे ज्यादा चिंता?
Haryana में आम आदमी पार्टी बुरी तरह से हुई पस्त, इन वजहों से नहीं खुल पाया खाता ...
RBI का बड़ा तोहफा, लोन लेने वालों को अब नहीं देना होगा Pre-Closure Charge
Elvish Yadav की लग गई लॉटरी, बने MTV Roadies XX के गैंग लीडर, इस दिन से 'फाड़ेंगे सिस्टम'
Kedarnath Yatra 2024: इस दिन बंद हो जाएंगे केदारनाथ मंदिर के कपाट, तारीख का किया गया ऐलान
कान पर जड़ा थप्पड़, फिर कॉलर पकड़कर खींचा... यूपी में पुलिस के सामने पिट गए विधायक, VIDEO
PAK vs ENG: पाकिस्तान के खिलाफ Joe Root का ऐतिहासिक शतक, इस मामले में गावस्कर-लारा को पछाड़ा
पैरों के तलवों में हो रही है भयंकर जलन, फॉलो करें ये टिप्स, तुरंत मिलेगा आराम
भारत की ये खास ट्रेन मुफ्त में कराती है यात्रियों को भोजन, खाते-पीते उठाएं सफर का मजा
भारत के परमाणु परीक्षण में प्याज की गुप्त भूमिका, जानकर चौंक जाएंगे आप!
Bihar News: मुजफ्फरपुर के मेला में बच्चों के बीच चाकूबाजी, एक की मौत, पुलिस की जांच जारी
Haryana Elections में मिली हार पर Rahul Gandhi का रटारटाया जवाब, सवाल तो होंगे ही!
चेहरे पर चांद जैसा निखार लाएगा सफेद चंदन, जानें इस्तेमाल करने का सही तरीका
Digital Arrest: डिजिटल युग में साइबर अपराध का बढ़ता खतरा, जानें इससे बचने के उपाय
'जीभ आएगी वापस..' भक्त ने देवी मां के चरणों में चढ़ाई जीभ, लोगों ने कही ये बात
Neck Pain: गर्दन दर्द ने कर रखा है परेशान तो तुरंत फॉलो करें ये 5 टिप्स, झटपट मिलेगा आराम
बर्फ की गोद में होने के बाद भी, क्यों गर्म रहता है बद्रीनाथ के तप्तकुंड का पानी?
Haryana Election Result 2024:'गठबंधन होता तो बदलते नतीजे', हरियाणा में कांग्रेस की हार पर AAP का तंज
'हरियाणा की जीत हमारी, अब झारखंड और महाराष्ट्र की बारी', जानें क्या है बीजेपी की आगे की रणनीति
सेहत के लिए वरदान हैं किचन के ये मसाले, डाइट में करें शामिल, बीमारियां रहेंगी कोसो दूर
लगातार बना रहता है तनाव तो कमजोर हो सकती है याददाश्त, ऐसे करें Memory Power Boost
UP-Gujarat के बाद अब MP में भी ट्रेन डिरेल करने की साजिश, ग्वालियर में पटरी पर रखा मिला लोहे का रॉड
Cough Remedies: सामान्य खांसी बन न जाए गंभीर समस्या? जानें कारण, लक्षण और कारगर घरेलू उपाय
बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप हुईं Vedaa और Khel Khel Mein, अब OTT पर करेंगी धमाल? कब और कहां देख सकेंगे
CBSE Date Sheet 2025: CBSE की 10वीं-12वीं परीक्षाओं की डेट शीट कब होगी जारी? जानें डिटेल्स
RBI: रेपो रेट पर RBI का बड़ा फैसला, नहीं मिलेगी EMI में राहत, महंगी बनी रहेंगी कर्ज की किश्तें
बादाम ही नहीं इसके छिलके भी है सेहत के लिए फायदेमंद, जानें कैसे करें सेवन
Car Sunroof खोलकर कार चलाना सही है या गलत? जानें पूरी बात
MP News: टीकमगढ़ के एक दुर्गा पंडाल के पास मिला मांस, घटना से इलाके में मचा बवाल, जानें पूरा मामला
US: Times Square पर पहली बार दिखी नवरात्रि की धूम, Video हुआ Viral
महिला टीचर ने की अश्लीलता की हदें पार, 11 साल के बच्चे को भेजे गंदे मैसेज और वीडियो
Maharashtra College Viral Video: टीचर का रैंप वॉक हुआ Viral, देंखें Video
J&K: जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में चुनाव के बाद बढ़ी हलचल, आतंकियों ने किया 2 जवानों का अपहरण
Yeti Narasimhanand: पैगंबर मोहम्मद पर विवादित बयान से मचा बवाल, जानें कौन हैं यति नरसिंहानंद
Shukra Nakshatra Gochar 2024: अब शुक्र करेंगे शनि नक्षत्र में प्रवेश, इन राशियों की चमक जाएगी किस्मत
हरियाणा में जीत के बाद BJP ने राहुल गांधी के लिए भिजवाई जलेबी, जानें क्या है पूरा मामला
Israel: इजरायल की बड़ी चूक, नक्शे की गलती पर मचा हंगामा, राजदूत ने दी सफाई
J-K Election Result: नोटा से भी पिछड़ा अफजल गुरु का भाई, मिले सिर्फ इतने वोट
Haryana Election Result: हरियाणा में बीजेपी ने कैसे पलटी बाजी? 5 पॉइंट्स में समझिए पूरी कहानी
Fatty Liver: कैंसर का कारण बन सकती है फैटी लिवर की समस्या, बचने के लिए अपनाएं ये सरल उपाय
Brisk Walk से कम होगा Bad Cholesterol, डेली इतनी देर चलने से हेल्दी रहेगा हार्ट
Jalaun News: दावत खाने गए 70 से ज्यादा लोगों को फूड पॉइजनिंग, एक मासूम की मौत, मातम में बदला उत्सव
भारत का वो मंदिर जहां पुरुषों को बनना पड़ता है औरत, समझें क्यों?
इसे कहते हैं अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारना, हिस्ट्रीशीटर ने फोटो खिंचाकर झाड़ा रौब, पुलिस ने धर दबोचा
चीफ गेस्ट बनकर पहुंची Shilpa Shetty, इस कारण दर्ज हुआ मुकदमा, जानकर हैरान रह जाएंगे
Haryana Election Result: हरियाणा के इस इलाके में मुसलमानों ने चला ऐसा दांव, खड़ी नहीं हो पाई बीजेपी
डीएनए एक्सप्लेनर
Joshimath Sinking: उत्तराखंड के पौरोणिक शहर जोशीमठ में एक साल पहले अचानक सैकड़ों घर दरकने लगे थे. सरकार एक्टिव हुई और लोग अस्थायी घरों में भेजे गए. एक साल बाद क्या हालात हैं इसका डीएनए पेश कर रही है ये रिपोर्ट.
डीएनए हिंदी: Joshimath Sinking Updates- आज DNA में हम दरकते जोशीमठ के ताजा हालात का विश्लेषण करेंगे. ठीक एक साल पहले जोशीमठ में उस समय Tension High हो गई थी, जब सैकड़ों घरों में दरार आ गई थी. तब सरकार ने जरूरी कदम उठाते हुए सैकड़ों लोगों को अस्थाई तौर पर शिफ्ट किया था, लेकिन सालभर के अंदर प्रशासनिक इंतजाम धराशायी हो गए और जोशीमठ के हजारों लोग फिर से खतरनाक घोषित घरों में रहने को मजबूर हैं. इस बीच GSI (Geological Survey of India) और CBRI (Central Building Research Institute) की Report आई है. रिपोर्ट में बताया गया है कि जोशीमठ के 1200 से ज्यादा घर खतरनाक स्थिति में हैं. इन घरों को तत्काल खाली कराने का सुझाव दिया गया है. क्या बीते एक साल में जोशीमठ में कुछ नहीं बदला?
पहले जान लीजिए एक साल पहले क्या हुआ था
जोशीमठ के धंसने का क्या था कारण
आज से ठीक एक साल पहले जोशीमठ के जो हालात थे, क्या वो बदल गए हैं? जो लोग अपना घर छोड़कर Hotels में शिफ्ट हो गए थे, उनका क्या हुआ? इस पर आपके Detail Report बताएंगे, लेकिन उससे पहले जोशीमठ के धंसने और घरों में दरार को लेकर जो रिपोर्ट सामने आई है उसमें क्या है, उसके बारे में आपको बताते हैं, क्योंकि, स्थानीय लोगों का कहना था कि क्षेत्र में दरार आने की वजह NTPC का जल विद्युत प्रोजेक्ट है. जोशीमठ के धंसने की वजह जानने के लिए सरकार ने जांच दो एजेंसियों से कराई थी.
CBRI की रिपोर्ट में क्या कहा गया था?
GSI से अलग CBRI ने तीन महीने तक जोशीमठ में करीब 2500 इमारतों की जांच की, जिसके बाद तैयार रिपोर्ट को केंद्र और राज्य सरकार को सौंपी है. CBRI की रिपोर्ट जोशीमठ के लोगों की चिंता बढ़ाने वाली है.
CBRI ने उत्तराखंड प्रशासन को मकान खाली कराने का सुझाव इसलिए दिया, क्योंकि जिन घरों को सालभर पहले खाली करा लिया गया था, दरार और खतरनाक स्थिति वाले उन्हीं 1200 घरों में लोग अपनी जान दांव पर लगाकर फिर से रहने लगे हैं. ऐसे में अगर जरा सा तेज भूंकप या भूधंसाव बड़े संकट की वजह बन सकता है. CBRI के खतरनाक घोषित करने पर भी लोग जान दांव पर लगाकर इन घरों में क्यों रह रहे हैं?
जोशीमठ के हर सवाल का जवाब मिलेगा इस ग्राउंड रिपोर्ट में
सवाल है कि सालभर पहले उत्तराखंड सरकार ने जोशीमठ के स्थानीय लोगों के विस्थापन का जो Plan तैयार किया था, उसका क्या हुआ? इस पर जी मीडिया के शिवांक मिश्रा ने एक Ground Report तैयार की है, जिसमें आपको हर सवाल का जवाब मिलेगा.
जोशीमठ की जो तस्वीरें हमारी रिपोर्ट में सामने आई हैं, वे इस बात का सबूत हैं कि सालभर पहले जो संकट यहां छाया था, वो अब ज्यादा खतरनाक हो गया है. दरार पड़ चुके इन घरों और इनमें रहने वालों की कहानी एक जैसी है, जिसमें हर पल सिर पर मंडराता खतरा है. किसी भी समय घर ढह जाने का खौफ है. ऐसे लोगों में शामिल हैं, राजेश्वरी देवी, जो अपने पांच बच्चों के साथ दरक चुके घर में रहती हैं. ये जानते हुए कि चौबीस घंटे इनके सिर पर खतरा मंडरा रहा है. लेकिन राजेश्वरी ने ऐसा क्यों किया, सच सरकार की पोल खोल देगा?
जोशीमठ की स्थानीय निवासी राजेश्वरी देवी के मुताबिक, पहले सरकार ने होटल में रखा. फिर होटल वालों ने कहा कि घर जाओ, अब सीजन खुल गया है. पुलिस वाले डराते थे. भगा देते थे. रात को नींद नहीं आती है. जबसे दरारें आईं हैं, तब से नहीं सो पा रहीं हूं. अटैक आया जब ये बच्चा पेट में था.
राजेश्वरी देवी अकेली नहीं हैं. जोशीमठ में ऐसे हज़ारों लोग हैं, जिन्हें पिछले साल सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट किया गया, लेकिन अब वापस घर लौटने पर मजबूर हैं. इनमें प्रियंका, आशा देवी और निर्मल भी शामिल हैं, जो किसी भी समय ढहने की कगार पर पहुंच चुके घर में रहने को मजबूर हैं.
राज्य सरकार के मुआवजे को मजाक बताते हैं लोग
उत्तराखंड सरकार ने असुरक्षित घरों में रहने वाले लोगों को दो विकल्प दिए हैं, पहला लोग मुआवजा लेकर खुद से कहीं जाकर अपना घर बना लें या फिर जोशीमठ से 90 किलोमीटर दूर गौचर में शिफ्ट होने के लिए राजी हों. लेकिन सरकार के इन दोनों विकल्पों से जोशीमठ के ज्यादातर लोग संतुष्ट नहीं हैं, और इन्हीं में विजय लाल शामिल हैं. जोशीमठ के स्थानीय निवासी विजय लाल के मुताबिक, यहां से रोजगार चलता है. सरकार से मिल रहा मुआवजा कम है और मेरा घर ज्यादा का है.
जोशीमठ के स्थानीय लोगों के मुताबिक, सरकार की मुआवजा स्कीम मजाक से कम नहीं है. स्थानीय निवासी अंजू सकलानी बताती हैं कि उन्हें सरकार ने मुआवजा दिया 5 लाख रुपये, जबकि घर की दूसरी मंजिल बनाने में ही 12 लाख रुपये खर्च हो गए. उन्होंने कहा, 5 लाख रुपये में तो 1 कमरे का घर भी नहीं बनेगा. कैसे लोन लेकर पूरा मकान बनाया है. 30-35 लाख रुपये की तो जमीन मिलेगी. हम तो नहीं जाएंगे. चाहें कुछ हो जाए जो होगा मातृभूमि पर ही होगा.
एक अन्य स्थानीय निवासी दुर्गालाल की कहानी भी कम दर्दभरी नहीं है. अपना दर्द बयां करते करते इनकी आंखें भर आती हैं. दुर्गालाल बताते हैं कि उन्हें मुआवजे के नाम पर एक रुपया तक नहीं मिला. भविष्य का क्या होगा पता नहीं, इसलिए जिंदगी दांव पर लगाकर इस जर्जर हो चुके मकान में रहने को मजबूर हैं.
सरकार ने क्या बनाई है योजना?
सालभर पहले जोशीमठ के जिन लोगों को Hotels में शिफ्ट किया गया था, वो अपने दरार पड़ चुके घरों में लौट आए हैं. उत्तराखंड सरकार इन लोगों को चमोली जिले गौचर में विस्थापित करना चाहती है. सरकार ने गौचर के बमोथ गांव में High Risk Zone में रहने वाले लोगों को विस्थापित करने का प्लान तैयार किया है. गौचर में 26 एकड़ भूमि पर लोगों को बसाने का प्लान है. बमोथ जोशीमठ से करीब 90 किलोमीटर दूर है, लेकिन यहां जोशीमठ के लोग आने को तैयार नहीं हैं. उनका कहना है कि बमोथ में जोशीमठ की तरह रोजगार के साधन नहीं हैं.
जोशीमठ के High Risk Zone में रहने वाले लोगों की सबसे बड़ी चिंता यही है, कि अगर वो बमोथ में शिफ्ट हो गए तो रोजगार ना होने से उनकी जरूरतें कैसे पूरा होंगी?
जोशीमठ से विस्थापन को लेकर High Risk Zone में रहने वाले लोगों की चिंता जायज है, वो अपने रोजगार को लेकर चिंतित हैं। लेकिन CBRI और GSI की ताजा सर्वे रिपोर्ट को भी ध्यान में रखना होगा. क्योंकि दोनों की रिपोर्ट से साफ हो चुका है कि जोशीमठ में 1200 से ज्यादा घर खतरनाक स्थिति में हैं और इन घरों में हज़ारों लोग रह रहे हैं. अगर कोई हादसा हुआ तो बड़ा नुकसान हो सकता है. ऐसी स्थिति ना बने इसके लिए सरकार को पुख्ता प्लान पर काम करने की जरूरत है.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.