बिहार चुनाव 2025
सुमित तिवारी | Oct 06, 2025, 08:35 PM IST
1.मोहम्मद शहाबुद्दीन

इस लिस्ट में सबसे बड़ा नाम मोहम्मद शहाबुद्दीन का है, एक समय पर मोहम्मद शहाबुद्दीन के नाम की इलाके में तूती बोला करती थी. आरजेडी की सरकार में मानों मोहम्मद शहाबुद्दीन के नाम का सिक्का चला करता था. शहाबुद्दीन कई बार विधायक और सांसद रहे थे, सीवान जिले में शहाबुद्दीन की बिना इजाजत कोई पर भी नहीं मार सकता था. लेकिन कोरोना महामारी के दौरान उनकी मौत हो गई.
2.आनंद मोहन सिंह

गैंगस्टर से राजनेता बने आनंद मोहन सिंह का जेल से पुराना नाता रहा है. बिहार के कोसी इलाके में उनके जबरदस्त असर है। एक वक्त में वह राजद के सुप्रीमो और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के विरोधी थे लेकिन बाद में उनके बेटे चेतन आनंद राजद के टिकट पर ही विधायक बने. आनंद मोहन सिंह को 1994 में गोपालगंज के डीएम जी. कृष्णैया की हत्या के मामले में दोषी ठहराया गया था और आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी.
3.अनंत सिंह (छोटे सरकार)

छोटे सरकार के नाम से अनंत सिंह को जाना जाता था. वह अपने अलग अंदाज के लिए फेमस थे. उन्हें आर्म्स एक्ट के मामले में 10 साल जेल की सजा हो चुकी है. इसके चलते उन्हें बिहार की विधानसभा से अयोग्य घोषित कर दिया गया था. अनंत सिंह ने एक बार मोकामा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सिक्कों से तोला था. उनके खिलाफ अपहरण रंगदारी और हत्या समेत कई अपराधों में 38 से ज्यादा मामले दर्ज हैं.
4.सूरजभान सिंह

सूरजभान सिंह ऐसे नेता हैं जिनका नाम बाहुबली और ताकतवर राजनेता के लिस्ट में भी आता है. पटना जिले के मोकामा के रहने वाले सूरजभान सिंह अपराध की दुनिया से राजनीति में आए फिर विधायक और सांसद बने. बिहार के पूर्व मंत्री बृज बिहारी की हत्या में भी सूरजभान सिंह का नाम था हालांकि बाद में उन्हें बरी कर दिया गया था.
5.मुन्ना शुक्ला

बिहार की राबड़ी देवी सरकार में मंत्री रहे बृज बिहारी की हत्या मुन्ना शुक्ला का नाम भी आया था. इनका बड़ा आपराधिक इतिहास रहा है. न सिर्फ मुन्ना शुक्ला बल्कि उसके छोटे भाई छोटन शुक्ला और भुटकुन शुक्ला भी अपराध की दुनिया में सक्रिय थे, छोटन शुक्ला और भुटकुन शुक्ला की एक गैंगवार में हत्या कर दी गई थी.