चुनाव
UP Election 2022 चुनाव से पहले बीजेपी को झटका लगा है. स्वामी प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी जॉइन कर ली है.
Updated : Jan 11, 2022, 02:56 PM IST
डीएनए हिंदी: UP Election 2022 को लेकर BJP की तैयारियों को एक बड़ा झटका योगी सरकार के मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) ने दिया है. उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा देने के साथ ही समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) का दामन थाम लिया है. मौर्य को बीजेपी की तरफ से आक्रामक नेता माना जाता था लेकिन उन्होंने चुनाव से ठीक पहले पाला बदलते हुए उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) से हाथ मिला लिया है.
स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपना इस्तीफा राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को भेज दिया और उसे ट्वीट कर लिखा, “दलितों, पिछड़ों, किसानों, बेरोजगार नौजवानों एवं छोटे-लघु एवं मध्यम श्रेणी के व्यापारियों की घोर उपेक्षात्मक रवैये के कारण उत्तर प्रदेश के योगी मंत्रिमंडल से इस्तीफा देता हूं.” उन्होंने अपने बयान में योगी सरकार की आलोचना की है.
दलितों, पिछड़ों, किसानों, बेरोजगार नौजवानों एवं छोटे-लघु एवं मध्यम श्रेणी के व्यापारियों की घोर उपेक्षात्मक रवैये के कारण उत्तर प्रदेश के योगी मंत्रिमंडल से इस्तीफा देता हूं। pic.twitter.com/ubw4oKMK7t
— Swami Prasad Maurya (@SwamiPMaurya) January 11, 2022
वहीं दूसरी ओर भाजपा से निकलने के बाद सपा में शामिल होने पर पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने उनका गर्मजोशी के साथ स्वागत किया है. अखिलेश ने अपने ट्वीट में लिखा, “सामाजिक न्याय और समता-समानता की लड़ाई लड़ने वाले लोकप्रिय नेता श्री स्वामी प्रसाद मौर्या जी एवं उनके साथ आने वाले अन्य सभी नेताओं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों का सपा में ससम्मान हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन! सामाजिक न्याय का इंक़लाब होगा ~ बाइस में बदलाव होगा.
Samajwadi Party chief Akhilesh Yadav welcomes Swami Prasad Maurya and other leaders into his party.
Maurya has resigned from Uttar Pradesh cabinet today.
(Courtesy: Akhilesh Yadav's Twitter handle) pic.twitter.com/GmHC05CU6b— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 11, 2022
अखिलेश ने की थी प्लानिंग
आपको बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य लंबे वक्त से अखिलेश यादव के संपर्क में थे और ये माना जा रहा था कि वो सपा में जा सकते हैं. वहीं ख़बर यह भी है कि अखिलेश यादव खुद स्वामी प्रसाद मौर्य की जॉइनिंग के मसले को देख रहे थे और उनकी ही बीजेपी को झटका देने में अहम भूमिका है.