चुनाव
Uttar Pradesh Elections: समाजवादी पार्टी यूपी चुनाव में किसानों को अपने पक्ष में करने के लिए तमाम तरह के हथकंडे अपना रही है.
Updated : Jan 17, 2022, 03:37 PM IST
डीएनए हिंदी: चुनावी दौर में सियासी दल एक-दूसरे पर वार करने के लिए तमाम तरह के हथकंडे अपना रहा है. सोमवार को यूपी के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने भाजपा के खिलाफ 'अन्न संकल्प' लिया. दरअसल अखिलेश का भाजपा के खिलाफ यह 'अन्न संकल्प' किसानों से संबंधित था. उन्होंने भाजपा पर किसानों का उत्पीड़न करने का आरोप लगाते हुए ‘अन्न संकल्प’ लिया कि वे उसे चुनाव में हराएंगे और सत्ता से हटाएंगे.
सपा मुख्यालय (Samajwadi Party Office) में आयोजित 'अन्न संकल्प' कार्यक्रम के दौरान अखिलेश यादव यादव ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, ''हम सभी लोग संकल्प लेते हैं कि जिन्होंने किसानों पर अत्याचार और अन्याय किया है, उनको हराएंगे और हटाएंगे, यह हमारा अन्न संकल्प है.'' उन्होंने कहा, ''हमारी अपील है कि किसान अन्नदाता भारतीय जनता पार्टी को हराएं और हटाएं, इस अन्न संकल्प से जुड़ें और इस फैसले को आगे बढ़ाएं.''
'अन्न संकल्प' के लिए लखीमपुर हिंसा (Lakhimpur Violence) में घायल हुए किसान नेता तेजिंदर विर्क को बुलाया गया था और उन्होंने सपा प्रमुख के साथ मिलकर हाथ में गेहूं और चावल लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं को यह संकल्प दिलाया. अखिलेश यादव ने कहा, ''ये तेजिंदर विर्क हैं, आप सब जानते होंगे जब लखीमपुर की घटना हुई तो कोशिश थी कि इन्हीं को कुचल दिया जाए, लेकिन भगवान की कृपा थी कि इनकी जान बच गई.''
उन्होंने कहा, "...उन्होंने किसानों के ऊपर जीप चढ़ाई, अंग्रेजों की सरकार में भी किसानों पर ऐसा जुल्म नहीं हुआ जैसा भाजपा की सरकार में हुआ. जलियांवाला बाग में अंग्रेजों ने सीने पर गोली चलाई और यहां पर शांतिपूर्ण ढंग से आंदोलन खत्म कर घर जा रहे किसानों के ऊपर पीछे से जीप चढ़ाई. इसीलिए हम अन्न संकल्प ले रहे हैं कि जिन्होंने किसानों के साथ ऐसा व्यवहार किया है उनको हटाएंगे और हराएंगे.''
समाजवादी पार्टी के घोषणा पत्र का जिक्र करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ''सपा के घोषणा पत्र में बहुत सी चीजें आएंगी लेकिन आज अन्न संकल्प लेकर हम कहते हैं कि अपने घोषणा पत्र में शामिल करेंगे कि सभी फसलों के लिए एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) प्रदान की जाएगी और गन्ना किसानों को 15 दिन में उनका भुगतान सुनिश्चित किया जाएगा. इसके लिए ‘फार्मर्स रिवाल्विंग फंड’ बनाने का काम करेंगे जिससे किसानों का भुगतान नहीं रुके." (Input- PTI)