चुनाव
प्रियंका गांधी यूपी में चुनाव आयोग की निष्पक्षता को लेकर सवाल खड़े कर रही हैं. उन्होंने आयोग पर लोकतंत्र के दमन का आरोप लगाया है.
Updated : Jan 30, 2022, 01:01 PM IST
डीएनए हिंदी: उत्तर प्रदेश विधानसभा (UP Assembly Election 2022) चुनावों को लेकर कांग्रेस (Congress) महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने चुनाव आयोग पर सवाल खड़ा किया है. उन्होंने चुनाव आयोग पर भेदभाव करने का आरोप लगाया है. प्रियंका गांधी ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) की कैंपेनिंग को लेकर भी चुनाव आयोग को घेरा है.
प्रियंका गांधी ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी के नेता भीड़ के साथ कैंपेन और नफरती बातें कर रहे हैं लेकिन प्रशासन उनके खिलाफ कोई एक्शन नहीं ले रहा है. कांग्रेस पार्टी को प्रयागराज में युवा घोषणापत्र जारी करने से रोका जा रहा है. सरकार के दबाव में चुनाव आयोग है.
प्रियंका गांधी ने शनिवार को एक ट्वीट किया, 'भाजपा नेता भीड़ के साथ कैंपेन करें, नफरत भरी बातें करें. प्रशासन का कोई एक्शन नहीं लेकिन कांग्रेस पार्टी को आज प्रयागराज में युवा घोषणापत्र जारी करने से रोका गया. सरकार के दबाव में चुनाव आयोग व प्रशासन युवाओं के एजेंडे को दबाने और लोकतंत्र को कुचलने में लगा हुआ है. निष्पक्षता?
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क्यों चुनाव आयोग पर सवाल खड़े कर रही हैं प्रियंका गांधी?
उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता और गृह मंत्री अमित शाह डोर-टू-डोर कैंपेन कर रहे हैं. खुद गृहमंत्री अमित शाह लोगों के घर-घर पहुंचकर लोगों से वोट मांग रहे हैं. बीजेपी ने अपने दिग्गजों को कैंपेनिंग के लिए उतार दिया है. कांग्रेस का आरोप है कि उन्हें प्रयागराज में युवा घोषणा पत्र जारी करने से रोक दिया गया है. प्रियंका गांधी ने इसी वजह से चुनाव आयोग पर सवाल खड़े किए हैं.
भाजपा नेता भीड़ के साथ कैंपेन करें, नफरत भरी बातें करें।
प्रशासन का कोई एक्शन नहीं।
लेकिन कांग्रेस पार्टी को आज प्रयागराज में युवा घोषणापत्र जारी करने से रोका गया
सरकार के दबाव में चुनाव आयोग व प्रशासन युवाओं के एजेंडे को दबाने और लोकतंत्र को कुचलने में लगा हुआ है। निष्पक्षता?— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) January 29, 2022
पहले भी चुनाव आयोग पर कांग्रेस उठा चुकी है सवाल
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेश बघेल ने भी चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाए थे. बघेल ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह 5 लोग के साथ डोर-टू-डोर अभियान कर रहे हैं. उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि चुनाव आयोग को उन्हें डोर-टू-डोर अभियान का ब्रांड एम्बेसेडर घोषित कर उनके वीडियो को डैमो बना देना चाहिए, वरना चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल जारी रहेंगे. उन्होंने कहा, एफआईआर सिर्फ कांग्रेस के ही मुख्यमंत्री पर क्यों?
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