Apr 30, 2024, 01:02 PM IST

ये हरी पत्तियां सुबह चबाकर खा लें टूटने लगेगा यूरिक एसिड का क्रिस्टल 

Ritu Singh

यूरिक एसिड अगर खून में बढ़ने लगे तो कुछ समय बाद ये जोड़ों के बीच कार्टिलेज को डैमेज करने लगता है.

यूरिक एसिड जमकर कंकड़ बन जाता है और जोड़ों के गैप में सीमेंट की तरह चिपक जाता है.

नेचुरल लिगामेंट हटने से ही हड्डियां घिसती हैं और दर्द और जकड़न आने लगती है.

अगर आप हाई यूरिक एसिड के मरीज हैं तो आपके लिए कई आयुर्वेदिक पत्तियां रामबाण दवा है. चलिए जानें इन्हें सुबह खाने के फायदे.

फाइबर से भरी मेथी की पत्तियों एंटी-यूरिक एसिड गुणो वाली होती हैं. ये यूरिन के जरिए ब्लड और हड्डियों में जमें यूरिके एसिड को छानकर बाहर करती हैं.

अजवाइन की पत्तियों में सूजन-रोधी और मूत्रवर्धक होती है जो यूरिक एसिड को बाहर निकालती हैं

गिलोय सूजन-रोधी और इम्यूनोमॉड्यूलेटरी से भरी होती है और ये यूरिक एसिड को छान देती हैं. 

धनिया की पत्तियों में मूत्रवर्धक होती हैं, जो मूत्र उत्पादन बढ़ाकर यूरिक एसिड को कम करती हैं.

नीम की पत्तियां यूरिक एसिड को छानने के साथ ही सूजन-रोधी और विषहरण की तरह काम करती है.

पान के पत्तों में ऐसे कम्पाउंड होते हैं जो किडनी के कार्य को बेहतर करते हैं. इससे किडनी को शरीर से यूरिक एसिड को बाहर निकालने में मदद मिलती है

अजमोद की पत्तियां एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती हैं और इसमें मूत्रवर्धक गुण होते हैं. वे मूत्र के माध्यम से शरीर से अतिरिक्त यूरिक एसिड को बाहर निकालने में मदद कर सकते हैं.

अल्फाल्फा की पत्तियां विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती हैं. वे यूरिक एसिड को बेअसर करने में मदद कर सकते हैं और किडनी फंक्शन को सुधारती हैं