Mar 21, 2024, 03:56 PM IST

हिंदू मां के बेटे थे ये मुगल बादशाह

Kuldeep Panwar

मुगलों की सल्तनत को भारतीय इतिहास में सबसे ज्यादा लंबे समय तक चलने वाला मुस्लिम राजवंश माना जाता है. इसका कारण बेहद खास था.

मुगलों ने दिल्ली में अपनी सल्तनत कायम करने के बाद स्थानीय समुदायों के साथ शादी-ब्याह जैसे पारिवारिक रिश्ते भी कायम किए थे.

खासकर मुगल बादशाह अकबर के समय राजपूतों संग रिश्तेदारी बनाई गईं, जिसमें हिंदू राजकुमारियों से मुगल राजकुमारों के विवाह कराए गए.

भारत पर शासन करने वाले कई मुगल शासकों की मां इन रिश्तेदारियों के कारण हिंदू थीं. ऐसे कुछ मुगल बादशाहों के बारे में हम बता रहे हैं.

चौथे मुगल बादशाह जहांगीर की मां मरियम-उज-जमानी थी, जो आमेर (अब जयपुर) के 22वें कछवाहा राजा भारमल की बेटी थीं. इन्हें ही जोधाबाई कहा जाता था.

मुगल बादशाह अकबर और जोधाबाई का विवाह फरवरी 1562 में हुआ था. उन्होंने 1569 में सलीम (बाद में बादशाह जहांगीर) को जन्म दिया था.

जहांगीर का विवाह 1586 में मारवाड़ के राजा उदय सिंह की बेटी मानवती बाई से हुआ था. उन्हें शाह बेगम और जगत गोसाईं भी कहा जाता है.

मानवती ने 1592 में खुसरो को जन्म दिया था, जो 1628 से 1658 तक शाहजहां नाम से 5वें मुगल सम्राट बने. इन्होंने ही ताजमहल बनवाया था.

10वें मुगल बादशाह आलमगीर द्वितीय की मां भी राजपूत राजकुमारी अनूपबाई थी, जो 9वें मुगल बादशाह जहांदार शाह की बेगम थीं.

आखिरी मुगल बादशाह बहादुर शाह जफर की मां लालबाई भी हिंदू थीं. लालबाई की शादी मुगल बादशाह अकबर शाह द्वितीय से हुई थी.